मुंबई: बस चालकों की हड़ताल से ‘बेस्ट’ की 786 बसें सड़बकों पर नहीं उतरीं
मुंबई
वेतन बढ़ोतरी की मांग को लेकर चल रही निजी बस चालकों की हड़ताल छठे दिन भी जारी रही जिससे बृहन्मुंबई विद्युत आपूर्ति एवं परिवहन (बेस्ट) द्वारा पट्टे पर ली गई 1600 में से 796 बसें सोमवार को सड़कों पर नहीं उतरीं।
बेस्ट के प्रवक्ता सुनील वैद्य ने बताया कि परिवहन निकाय ने विभिन्न बस मार्गों पर स्वयं के चालकों के जरिए 603 पट्टे वाली बसें संचालित कीं और साथ ही अपनी लगभग 1,390 बसों का भी संचालन किया।
उन्होंने बताया कि यात्रियों को किसी तरह की परेशानी न हो इसके लिए छह अलग-अलग डिपो से महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम (एमएसआरटीसी) की 122 बसों का भी संचालन किया गया।
बेस्ट को पट्टे पर बस देने वाले सात निजी बस संचालकों के अधिकांश बस चालक वेतन वृद्धि और बेस्ट की बसों में मुफ्त यात्रा सहित अन्य मांगों को लेकर दो अगस्त से हड़ताल पर हैं।
बेस्ट के अधिकारियों के अनुसार, हड़ताल के चलते उनकी बस सेवा काफी प्रभावित है। उन्होंने बताया कि यात्रियों की भीड़ अधिक हो जाने के कारण स्टॉप पर बसों को अधिक समय के लिए रोका जा रहा है।
वैद्य ने बताया कि बस संचालकों को अपने कर्मचारियों से बात करके इस मामले को जल्द से जल्द सुलझाने के लिए कहा गया है।
बेस्ट भी अनुबंध की शर्तों और नियम के अनुसार बस संचालकों पर कार्रवाई कर रहा है।
मुंबई और पड़ोसी क्षेत्रों में सार्वजनिक बस सेवाएं प्रदान करने वाली बेस्ट ने कुछ ठेकेदारों से पट्टे पर 1,600 से अधिक बसें किराए पर ली हुई हैं, जिसके तहत वाहन का स्वामित्व, रखरखाव, ईंधन और ड्राइवर का प्रबंधन निजी निजी संचालक की जिम्मेदारी है।
'बेस्ट' की लगभग 3,100 बसों की मदद से मुंबई, ठाणे, नवी मुंबई और मीरा-भायंदर शहरों में प्रतिदिन 30 लाख से अधिक यात्री सफर करते हैं। इन 3,100 बसों में से बेस्ट की अपनी 1,340 बसें हैं।