उत्तर प्रदेशराज्य

आदमखोर गुलदारों को गांवों में घुसने से रोकने के लिए सरकार की कोशिश, लगाएंगे करंट दौड़ती सोलर फेंसिंग

लखनऊ
उत्तर प्रदेश में गुलदार और दूसरे जंगली जानवरों का आतंक रोकने को सरकार अब नई पहल करेगी। इन आदमखोरों को आबादी वाले क्षेत्रों में जाने से रोकने के लिए सोलर फेंसिंग की जाएगी। इस फेंसिंग में हल्का करंट दौड़ेगा। उसके संपर्क में आते ही जानवर को हल्का करंट तो लगेगा लेकिन उसकी जान को खतरा नहीं होगा। यह फेंसिंग दुधवा, कतर्नियाघाट, पीलीभीत, अमानगढ़ सहित उन इलाकों में लगाई जाएगी, जहां इन जंगली जानवरों का आतंक है। राज्य सरकार इसका प्रस्ताव तैयार करा रही है। मानव-वन्य जीव संघर्ष की ऐसी घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही है। इन घटनाओं से ग्रामीण न सिर्फ भयभीत हैं, बल्कि उनमें आक्रोश भी बढ़ रहा है। ग्रामीण खेत पर नहीं जा पा रहे। बच्चे स्कूल नहीं जा रहे। उधर, वन विभाग ने भी आदमखोर गुलदारों को काबू करने को पूरा अमला झोंक रखा है। नतीजतन एक गुलदार पकड़ा भी गया है।

फेंसिंग में दौड़ेगा 12 वोल्ट का डीसी करंट
सोलर फेंसिंग में 12 वोल्ट का सौर करंट होता है। कोई भी जंगली जानवर इसके संपर्क में आता है तो उसे झटका लगता है, लेकिन उनको कोई नुकसान नहीं होता है। क्योंकि यह वार्निंग करंट होता है। तय क्षेत्र को चारों ओर फेंसिंग करके घेरा जाता है। इस फेंसिंग को सौर ऊर्जा से बैटरी में जमा करंट दिया जाता है। जिससे फेंसिंग में 12 वोल्ट का डीसी करंट दौड़ने लगता है। सोलर फेंसिंग में एक सायरन भी लगा होता है।

इन इलाकों में है तेंदुए-गुलदारों का खौफ
अकेले बिजनौर के अफजलगढ़, रेहड़, कोतवाली देहात, नगीना, किरतपुर नजीबाबाद, धामपुर में बीते 7 माह में गुलदार 13 लोगों सहित तमाम पालतू जानवरों की जान ले चुके हैं। दो दिन पूर्व सीतापुर में भी एक बच्ची को मारने की घटना हुई। पीलीभीत में बीते डेढ़ साल में तेंदुए ने 35 हमले किए हैं। दो लोगों के अलावा 192 पालतू जानवरों की जान जा चुकी है। खीरी की धौरहरा रेंज में पिछले दिनों एक महिला और गोला रेंज में एक किसान को मार डाला था। मुरादाबाद मंडल के अमरोहा के नौगावां सादात, रजबपुर व डिडौली क्षेत्रों में तेंदुए का खौफ है। मखदूमपुर में एक माह पूर्व भीड़ ने हमला कर एक तेंदुए को मार दिया था।

कई राज्यों में खेती बचाने को प्रयोग
देश में कुछ स्थानों पर अभी फसलों को जंगली जानवरों से बचाने के लिए सोलर फेंसिंग की पहल की गई है। उत्तराखंड के देवीधूरा गांव में पिछले साल नवंबर में एक किलोमीटर के दायरे में सोलर फेंसिंग लगाई गई। इसे गांव को हाथियों के आतंक से बचाने के लिए लगाया गया। हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में भी सोलर फेंसिंग का प्रयोग किसानों की फसल बचाने के लिए हुआ है। सरकार किसानों को 80 फीसदी अनुदान दे रही है।

मद्रास हाईकोर्ट की मदुरै पीठ ने इसी साल मार्च में एक जनहित याचिका पर राज्य सरकार को कदयम, कोर्टालम और कदयानल्लूर में वन सीमा के पास खाई खोदने और सोलर फेंसिंग लगाने के निर्देश अधिकारियों को देने को कहा है। यूपी में भी कृषि विभाग ने सोलर फेंसिंग का मसौदा तैयार किया है। कैबिनेट की मंजूरी मिलने पर सरकार किसानों को सब्सिडी दे सकती है।

वन पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डा. अरुण कुमार सक्सेना ने कहा कि गुलदार के हमलों में इंसानी मौत की कई घटनाएं हालिया दिनों में सामने आई हैं। मानव-वन्य जीव संघर्ष रोकने को अब प्रभावित इलाकों में गांवों व आबादी क्षेत्र में इन जानवरों का प्रवेश रोकने को सोलर फेंसिंग लगाने का प्रस्ताव तैयार कराया जा रहा है।

 

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