भोपालमध्य प्रदेश

मुख्यमंत्री चौहान ने विकास पर्व के दौरान किया 45 हजार करोड़ रूपए के विकास कार्यों की शुरूआत एवं लोकार्पण

भोपाल

मध्यप्रदेश में विकास कार्यों को उत्सव के रूप में मनाने की नई शुरुआत हुई है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के मार्गदर्शन में सर्वाधिक प्राथमिकता वाले विकास कार्यों की श्रृंखला तैयार की गई है। प्रदेश में 16 जुलाई से 14 अगस्त तक चलाए गए विकास पर्व के दौरान मुख्यमंत्री ने 45000 करोड़ रूपए के विकास कार्यों का शुभारंभ और पूरे हो गए कार्यों का लोकार्पण किया।

इन विकास कार्यों में मुख्य रूप से नल-जल योजनाएँ, सिविल अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों के भवन, सड़क निर्माण, स्टेडियम निर्माण, सीएम राइस स्कूल, सीसी रोड निर्माण, पेयजल आवर्धन योजनाएँ, सिंचाई योजनाएँ, महाविद्यालय और विद्यालयों के नवीन भवनों का निर्माण और उनमें सीटों की संख्या बढ़ाने जैसी अनेक छोटी-बड़ी विकास योजनाएँ हैं, जिनका मुख्यमंत्री चौहान ने विकास पर्व के दौरान शुभारंभ किया और पूरी हो चुकी परियोजनाओं का लोकार्पण किया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सागर में संत शिरोमणि रविदास के स्मारक एवं मंदिर के शिलान्यास में 1580 करोड़ रूपए की सड़क परियोजनाओं का शिलान्यास किया। सीहोर के बुधनी में 714 करोड़ 91 लाख की लागत से बनने वाले 500 बिस्तर क्षमता के मेडिकल कॉलेज का भूमि-पूजन विकास पर्व का महत्वपूर्ण पड़ाव है। विकास पर्व में सिवनी जिले में 287.48 लाख से अधिक की लागत के विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमि-पूजन हुआ। देवास जिले की खातेगांव विधानसभा में 1294 करोड़ से अधिक की हंडिया बैराज माइक्रो उद्वहन सिंचाई परियोजना का भूमि-पूजन और हंडिया बैराज माइक्रो उद्वहन सिंचाई परियोजना का नाम बाबा सिद्धनाथ परियोजना करने और हरणगांव को तहसील बनाने की घोषणा हुई।

पीपलियामंडी जिला मंदसौर में किसान सम्मेलन में 1337 करोड़ से अधिक के निर्माण कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन हुआ। मंदसौर जिले की धुंधडका टप्पा को तहसील का दर्जा देने की घोषणा की गई।

आगर-मालवा में 1200 करोड़ रूपये से अधिक की लागत की कुंडालिया पाइप सिंचाई प्रणाली के प्रथम चरण के कार्य का लोकार्पण हुआ। इसके अलावा 1306 करोड़ रूपये से अधिक के विकास कार्यों का लोकार्पण/भूमि-पूजन हुआ।

छतरपुर जिले के नौगाँव में 431 करोड़ 57 लाख रुपये के 20 विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन हुआ। इसमें 353 करोड़ 24 लाख रुपये के 11 कार्य का लोकार्पण और 78 करोड़ 33 लाख रूपये के 9 कार्य की शुरूआत हुई। नौगाँव में शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज में कम्प्यूटर आईटी और इलेक्ट्रीकल ब्रांच खोलने और शासकीय अस्पताल को 100 बिस्तरीय अस्पताल बनाने की घोषणा की गई।

टीकमगढ़ जिले में विकास पर्व के दौरान 138 करोड़ 8 लाख रूपये के विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमि-पूजन किया गया। इसमें जतारा विधानसभा क्षेत्र की 68 करोड़ 14 लाख की नल-जल योजना, 11 करोड़ 35 लाख का जतारा सिविल अस्पताल, 10 करोड़ 94 लाख से मोहनगढ़ में 30 बिस्तरीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र का उन्नयन, 42 करोड़ की लागत से 29 किलोमीटर के जतारा-लिधौरा-जौरा सड़क निर्माण एवं 5 करोड़ 65 लाख के पाटनारपुर घाट वियर कुंवरपुरा के निर्माण कार्य शामिल हैं।

नीमच जिले में शीघ्र ही 3500 करोड़ रूपए लागत की नीमच-जावद सिंचाई योजना भी प्रारंभ की जाएगी। मनासा में 1245 करोड़ 42 लाख रूपये के कार्यों का भूमि-पूजन और 36 करोड़ 76 लाख रूपये के विकास कार्यों का लोकार्पण हुआ। इनमें रामपुर-मनासा माइक्रो उद्वहन सिंचाई योजना की लागत 1208 करोड़ 89 लाख रूपये, भादवा माता कॉरिडोर 10 करोड़ रूपये लागत के भूमि-पूजन हुआ।

विकास पर्व में अनूपपुर में 5600 करोड़ रुपए लागत की 660 मेगावाट क्षमता के विद्युत गृह की नवीन सुपर क्रिटिकल इकाई का शिलान्यास हुआ। यहीं 6 करोड़ 94 लाख रूपए की लागत से जैतहरी के पास सोन नदी पर निर्मित चोलना स्टोरेज वियर का लोकार्पण हुआ। इसके अलावा 310 करोड़ 65 लाख रूपये लागत के विकास कार्यें का लोकार्पण-शिलान्यास किया गया। इसमें शासकीय एकलव्य आवासीय उ.मा.वि. अनूपपुर प्रांगण में लगभग 310 करोड़ 65 लाख 57 हजार रुपये लागत के विकास कार्यों का लोकार्पण एवं शिलान्यास हुआ।

रीवा में 161 करोड़ 35 लाख रूपये के विकास कार्यों का भूमि-पूजन तथा लोकार्पण हुआ। भिण्ड जिले की तहसील लहार में 559 करोड़ रूपये से अधिक लागत के कुल 367 विकास कार्यों का भूमिपूजन-लोकार्पण हुआ।

 

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