मार्गशीर्ष पूर्णिमा: धन वृद्धि और समृद्धि के लिए आजमाएं ये सरल उपाय

हिंदू धर्म में पूर्णिमा तिथि बहुत विशेष और पावन मानी गई है. हर माह में एक पूर्णिमा तिथि पड़ती है. इस तरह से वर्ष भर में 12 पूर्णमा पड़ती है. पूर्णिमा तिथि पर स्नान-दान की परंपरा सदियों से चली आ रही है. पूर्णिमा पर स्नान-दान का बहुत महत्व है. मान्यता है कि पूर्णिमा तिथि पर स्नान-दान करने से पुण्य फल प्राप्त होते हैं. ये मार्गशीर्ष मास चल रहा है, जिसे अगहन माह भी कहा जाता है.
मार्गशीर्ष माह की पूर्णिमा तिथि पर धन की देवी माता लक्ष्मी का पूजन किया जाता है. हिंदू मान्यताओं के अनुसार, पूर्णिमा पर माता लक्ष्मी की पूजा करने से उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है. इस दिन पूजा पाठ के साथ-साथ माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्ति के लिए और धन संबंधी समस्याओं से मुक्ति पाने के लिए कुछ विशेष उपाय भी किए जाते हैं. आइए जानते हैं इन उपायों के बारे में.
मार्गशीर्ष पूर्णिमा कब है?
द्रिक पंचांग के अनुसार, मार्गशीर्ष पूर्णिमा की तिथि की शुरुआत इस साल 04 दिसंबर, गुरुवार को सुबह 8 बजकर 37 मिनट पर हो रही है. वहीं इस तिथि का समापन अगले दिन 05 दिसंबर शुक्रवार को प्रात: 4 बजकर 43 मिनट पर होगा. ऐस में मार्गशीर्ष पूर्णिमा 04 दिसंबर को मनाई जाएगी. इसी दिन इसका का व्रत, स्नान और दान किया जाएगा. इस दिन चंद्रोदय का समय शाम 4 बजकर 35 मिनट रहने वाला है.
पूर्णिमा के दिन करें ये उपाय
पूर्णिमा के दिन माता लक्ष्मी के पूजन के दौरान उन्हें लाल रंग के फूल जरूर चढ़ाने चाहिए. साथ ही कनकधारा स्त्रोत का भी पाठ करना चाहिए. घी का दीपक जलाना चाहिए. माता लक्ष्मी के मंत्रों का जाप करना चाहिए. इस उपाय को करने से माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है.
पूर्णिमा के दिन 11 कौड़ियों पर पीसी हल्दी लगाकर उसको पूजा के समय माता लक्ष्मी को चढ़ाना चाहिए. लक्ष्मी चालीसा का पाठ करना चाहिए. कौड़ियों को एक साफ लाल कपड़े में बांधकर धन के स्थान या तिजोरी में रख लेना चाहिए. इस उपाय को करने से धन संबंधी समस्याओं से मुक्ति मिलती है.



