दिल्लीराज्य

YEIDA की बड़ी योजना: यमुना सिटी में बनेगा आधुनिक रिवरफ्रंट, 7 सेक्टर होंगे लाभान्वित

नई दिल्ली

यमुना सिटी में सात सेक्टरों के पास यमुना नदी के किनारे कई किलोमीटर लंबा रिवर फ्रंट विकसित किया जाएगा। इस परियोजना को शहर को सुंदर और आकर्षक बनाने के लिए विशेष परियोजना के रूप में शामिल किया गया है और इसका विकास तेजी से आगे बढ़ रहा है। यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) क्षेत्र में यह रिवर फ्रंट यमुना नदी के आसपास बसे सेक्टर-26बी, 27, 26, 25, 24, 24ए, 23डी और अन्य क्षेत्रों में विकसित किया जाएगा। इन सेक्टरों के आसपास इस परियोजना के तहत सुंदर और व्यवस्थित नदी किनारे का निर्माण किया जाएगा।

रिवर फ्रंट परियोजना के तहत नदी और आसपास के सेक्टरों के बीच एक लंबा व चौड़ा रास्ता विकसित किया जाएगा। इस मार्ग पर घास के टीले, शेड, फूलों की क्यारियां, रंग-बिरंगी रोशनी वाले फव्वारे, जॉगिंग और साइकिल ट्रैक, आकर्षक लैंडस्केपिंग, साथ ही खानपान कियोस्क, नदी देखने और बैठने के व्यू पॉइंट बनाए जाएंगे।

यह सुविधाएं न केवल नदी तट से सुरक्षा सुनिश्चित करेंगी, बल्कि जल गुणवत्ता में सुधार में भी मदद करेंगी। परियोजना में तटबंध का निर्माण किया जाएगा, जो मानसून के दौरान बाढ़ से क्षेत्र की सुरक्षा करेगा। साथ ही, क्षेत्र की उन्नत जल निकासी प्रणाली और रियल-टाइम मॉनिटरिंग बाढ़ से सुरक्षा को और प्रभावी बनाएगी।

तालाबों-नहरों के आसपास 30 मीटर में ग्रीन बेल्ट होगा

फेज-1 में कुल 10 प्रमुख झीले, नहरें और 135 तालाब शामिल हैं। ये तालाब और नहरें भूजल पुनर्भरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। वर्तमान में 38 तालाबों का जीर्णोद्धार किया जा रहा है। मास्टर प्लान के अनुसार, इन तालाबों और नहरों को हरित संरक्षण क्षेत्र के रूप में रखा गया है और इसके आसपास खुले हरित क्षेत्र विकसित किए जाएंगे। नहरों के दोनों किनारों पर 30 मीटर और प्राकृतिक जलधाराओं के दोनों किनारों पर 15 मीटर की ग्रीन बेल्ट बनाई जाएगी।

शैलेंद्र भाटिया, ओएसडी यीडा, ने कहा कि नोएडा एयरपोर्ट और अंतरराष्ट्रीय फिल्म सिटी को ध्यान में रखते हुए, फेज-1 में 15 प्रतिशत हरित क्षेत्र निर्धारित किया गया है। उन्होंने बताया कि यह पहल शहर को अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाने और यहां आने वाले लोगों को अलग और आकर्षक अनुभव प्रदान करने में मदद करेगी।

पर्यटकों को बोटिंग की सुविधा मिलेगी

नए आगरा शहर में 823.7 हेक्टेयर क्षेत्र में ग्रीन रिवर बफर जोन विकसित किया जाएगा। इस क्षेत्र में रंग-बिरंगे फूल, दुर्लभ पेड़-पौधे और जलस्रोत तैयार किए जाएंगे। पर्यटकों के लिए यहां बोटिंग, वॉकवे और फूड स्टॉल जैसी सुविधाएं उपलब्ध होंगी। इसके अलावा, वेलनैस टूरिज्म एक्टिविटी भी आयोजित की जाएगी, जिसमें योग और आयुर्वेदिक मसाज जैसी गतिविधियों के माध्यम से लोग अपने शरीर और मन को स्वस्थ कर सकेंगे।

धनौरी वेटलैंड पर्यटन स्थल बनेगा

धनौरी वेटलैंड क्षेत्र, जो लगभग 100 एकड़ में फैला है, का उत्तर-पूर्वी भाग दलदली और जलभराव वाला है, जिसका कुल क्षेत्रफल 46.35 हेक्टेयर है। इस क्षेत्र में विभिन्न प्रजातियों के विदेशी जलीय जीव और सारस पाए जाते हैं। फिलहाल पर्यटकों के लिए कोई विशेष व्यवस्था नहीं है। इस वेटलैंड के संरक्षण के लिए 112.89 हेक्टेयर का प्रभाव क्षेत्र (जोन ऑफ इन्फ्लुएंस) चिन्हित किया गया है, जिसके चारों ओर 100 मीटर का हरित बफर जोन तैयार होगा। इस जोन में हरे-भरे घास के टीले, वॉकवे, रंग-बिरंगे फव्वारे आदि बनाए जाएंगे, ताकि लोग प्राकृतिक वातावरण का आनंद ले सकें। साथ ही, इस क्षेत्र के पास 10 हेक्टेयर में पशु बचाव और पुनर्वास केंद्र विकसित किया जा रहा है, जो काले हिरण और अन्य वन्य जीवों का आश्रय बनेगा।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button