उत्तर प्रदेश : सभी जिलाधिकारियों को हिंसा पीड़ित महिलाओं से करनी होगी बात
लखनऊ.
उत्तर प्रदेश सरकार ने शनिवार को मिशन शक्ति अभियान के चौथे चरण की शुरुआत की है। इस अभियान के तहत योगी सरकार महिला सशक्तिकरण पर जोर दे रही है। अभियान के तहत एक मेगा इवेंट भी आयोजित किया जाएगा, जिसमें हर जिले के जिलाधिकारी महिलाओं से सीधा संवाद करेंगे। यह इवेंट हिंसा की पीड़ित महिलाओं के लिए किया जा रहा है।
बताया गया कि ‘हक की बात, जिलाधिकारी के साथ’ नाम से मेगा इवेंट भी आयोजित किया जाएगा। इसमें प्रदेश के सभी जिलों के डीएम हिंसा से पीड़ित महिलाओं के साथ संवाद करेंगे। शक्ति कार्यशालाओं का भी आयोजन होगा। इसमें कार्यस्थल पर महिलाओं के साथ लैंगिक उत्पीड़न अधिनियम 2013 के तहत गठित स्थानीय व आंतरिक परिवाद समितियों का ओरिएंटेशन भी होगा।
गौरतलब है कि प्रदेश सरकार मिशन शक्ति अभियान के तहत बेटियों से संबंधित योजनाओं को और गति देने के लिए महाअभियान शुरू करने जा रही है। महिला एवं बाल विकास विभाग इस दौरान कई मेगा इवेंट आयोजित कर महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करेगा।
खेलकूद प्रतियोगिताओं का आयोजन
मिशन शक्ति के चौथे चरण में 16 से 22 अक्टूबर तक जागरूकता सप्ताह का आयोजन होगा। 14 से 20 नवंबर तक महिला एवं बाल अधिकारों पर विभिन्न गतिविधियां जैसे नुक्कड़ नाटक व खेलकूद प्रतियोगिताओं का आयोजन होगा।
मिशन वात्सल्य की कार्यशाला का आयोजन
इसके अलावा, शक्ति संवाद के जरिए कन्या सुमंगला योजना व मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के लाभार्थियों के साथ सभी जिलाधिकारी अपने अपने जिलों में संवाद करेंगे। बच्चों खासकर बालिकाओं से संबंधित योजनाओं को गति देने के लिए जिलाधिकारियों की अध्यक्षता में मिशन वात्सल्य की कार्यशाला भी होगी।
महिलाओं के लिए लगाए जाएंगे कैंप
महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से विभागीय योजनाओं के प्रति जागरूकता के साथ ही बड़े पैमाने पर आवेदन भी कराया जाएगा। इसमें मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना व मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना की जानकारी भी दी जाएगी। पति की मृत्यु के बाद निराश्रित महिलाओं को पेंशन देने के लिए सभी जिलों में कैंप लगाए जाएंगे। वहीं, दत्तक ग्रहण सप्ताह के जरिए प्रदेश में बच्चों विशेषकर बालिकाओं को गोद लेने के लिए 16 से 22 अक्टूबर के मध्य प्रेरित किया जाएगा।