भोपालमध्य प्रदेश

दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन

भोपाल

वीआईटी भोपाल विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित संचार प्रणाली और नेटवर्क प्रौद्योगिकी (सीएसएनटी-2025) पर दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन 7 मार्च 2025 को हुआ। यह सम्मेलन वीआईटी भोपाल विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ कंप्यूटिंग साइंस एंड इंजीनियरिंग (स्कोप) द्वारा आयोजित किया जा रहा है, और आईईईई (IEEE) कंप्यूटर सोसाइटी चैप्टर के सहयोग से आईईईई (IEEE) मध्य प्रदेश अनुभाग द्वारा समर्थित है। सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य विभिन्न विषयों पर चर्चा करके नवाचारों एवं समाधानों को बढ़ावा देना है।

उद्घाटन सत्र की शुरुआत डॉ. पुष्पिंदर सिंह पथेजा, सम्मेलन अध्यक्ष और डीन स्कोप के स्वागत भाषण से हुई। इस अवसर पर माननीय प्रो-वाइस चांसलर डॉ. टी. बी. श्रीधरन ने अपने उद्बोधन में कंप्यूटर विज्ञान के क्षेत्र में नेटवर्किंग और संचार की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला। इसके बाद, डॉ. एस. पूनकुंत्रन, एक्जीक्यूटिव डीन ने अभिनंदन भाषण दिया और कंप्यूटर क्षेत्र के मूल्यांकन पर अपने विचार साझा किए।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि, डॉ. जी. एस. तोमर, अध्यक्ष, आई.ई.ई.ई. एम.पी. अनुभाग तथा निदेशक, आर.ई.सी. सोनभद्र ने अपने प्रेरक भाषण में मशीन की तुलना में मानव मस्तिष्क की शक्ति के बारे में चर्चा की। उन्होंने शोधकर्ताओं को नवाचार और संवर्धन में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रेरित किया। सम्मेलन के विशिष्ट अतिथि डॉ. जितेन्द्र अग्रवाल, निदेशक, स्कूल ऑफ आई.टी., आर.जी.पी.वी., भोपाल थे। साथ ही, आरईसी कन्नौज के निदेशक डॉ. मनोज शुक्ला ने मुख्य भाषण देकर कार्यक्रम की गरिमा बढ़ाई ।

इस सम्मेलन का उद्देश्य दुनिया भर के अग्रणी शोधकर्ताओं, डेवलपर्स, चिकित्सकों और शिक्षकों को एक साथ लाना है, ताकि विभिन्न समुदायों के बीच ज्ञान का आदान-प्रदान हो सके और कम्प्यूटेशनल इंटेलिजेंस एवं संचार नेटवर्क में अत्याधुनिक तकनीकों को आगे बढ़ाने में मदद मिल सके। सम्मेलन में अपेक्षित है कि शोधकर्ता इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी के अंतर-विषयक सहयोग के लिए नई संभावनाओं को प्रस्तुत करेंगे और नए विचारों को आगे बढ़ाएंगे। सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य शोधकर्ताओं को नए विचारों को अपनाने और लागू करने के लिए प्रेरित करना है।

सम्मेलन में प्रस्तुत सभी शोधपत्र IEEE CPS में प्रकाशन के लिए प्रस्तुत किए जाएंगे। इस वर्ष, कुल 796 शोधपत्र प्राप्त हुए, जिनमें से 196 को स्वीकार किया गया। यूरोपीय देशों, अमेरिका, चीन और दक्षिण अरब देशों से 80 से अधिक अंतर्राष्ट्रीय शोधपत्र प्राप्त हुए जिनमें से 29 अंतर्राष्ट्रीय शोधपत्र प्रकाशन हेतु स्वीकार किए गए।

इस कार्यक्रम की अध्यक्षता वीआईटी विश्वविद्यालय के संस्थापक और कुलाधिपति डॉ. जी. विश्वनाथन, उपाध्यक्ष श्री शंकर विश्वनाथन और वीआईटी भोपाल विश्वविद्यालय की सहायक उपाध्यक्ष सुश्री कादंबरी शंकर विश्वनाथन ने की। उन्होंने प्रतिभागियों और आयोजन समितियों को अपनी शुभकामनाएं दी हैं। अंत में, नेटवर्किंग एवं कंप्यूटिंग विभाग प्रमुख डॉ. प्रीतम सुमन ने धन्यवाद ज्ञापन किया।

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