भगवान को ठंड से बचाने के लिए वृंदावन में जलाई गई चांदी की अंगीठी, भगवान ने हाथ में पहने ऊनी दस्ताने
इस समय पूरे उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड पड़ रही है. आम लोग ठंड से बचाने के लिए गरम कपड़े पहनने के साथ कई उपाय भी कर रहे है तो वहीं वृंदावन में भक्तों ने भी भगवान को ठंड से बचाने के लिए कई उपाय कर रहे हैं. जिनमें भगवान को ऊनी दस्ताने और गर्मी देने के लिए अंगीठी जलाई जा रही है.
इस समय ठंड का प्रकोप धीरे धीरे बढ़ रहा है. गिरते तापमान की वजह से सभी लोग गर्मी के लिए गर्म कपड़े और अलाव जला के गर्म रहने की कोशिश कर रहे है. इसके साथ ही वृंदावन के मंदिरों में भी अब भगवान को गर्मी देने के लिए कई उपायों का सहारा लिया जा रहा है.
वृंदावन के श्री राधाबल्लभ मंदिर में भी सर्दियों में भगवान को गर्मी पहुंचने के लिए कई उपाय किये जा रहे है राधाबल्लभ मंदिर में भगवान को गर्मी पहुंचने के लिए भी अंगीठी जला के गर्मी पहुचाई जा रही है और अंगीठी भी चांदी से बनी हुई इसके अलावा भी भगवान को गर्मी देने वाले व्यंजनों का भोग प्रसाद लगाया जा रहा है.
इसके साथ ही भगवान को गर्म कपड़े, ऊनी कपड़ों के साथ हाथों में ऊनी दस्ताने और पैरों में भी ऊनी मौजे पहनाये जा रहे हैं. भगवान के इन दर्शनों के लिए भी लाखों भक्त इस भयंकर सर्दी में भी भगवान के इस स्वरूप के दर्शन करने के लिए आ रहे है
राधाबल्लभ मंदिर वृंदावन के बाँकेबिहारी मंदिर के पास ही स्थित है मंदिर सेवायत मोहित मराल गोस्वामी ने बताया कि अभी मंदिर भगवान का शीतकालीन सेवा उत्सव मनाया जा रहा है जिसमें भगवान को गर्मी पहुंचने के लिए तरह-तरह के उपाय किए जा रहे है. इसके अलावा जल्द ही भगवान को औषधि युक्त खिचड़ी का प्रसाद भी लगाया जायेगा जिसमें भगवान के लिए मीठी खिचड़ी, केसर खिचड़ी, फीकी खिचड़ी, मेवा खिचड़ी समेत कई अलग प्रकर के प्रसाद भी लगाये जाएँगे.भगवान की अंगीठी सेवा सिर्फ ठंड के मौसम में कुछ ही दिनों तक चलती है इसके अलावा भी ब्रज के कई मंदिरों में ठाकुर जी को गर्मी पहुंचने के लिए अलग अलग उपायों का इस्तेमाल किया.