भोपालमध्य प्रदेश

मध्यप्रदेश में अगले 4 दिन तक आंधी, बारिश और गरज-चमक का दौर रहेगा

भोपाल

 मध्य प्रदेश में मौसम ने एक बार फिर करवट ले ली है। मौसम विभाग ने 9 से 12 मई तक पूरे प्रदेश में तेज आंधी, बारिश और गरज-चमक का हाई अलर्ट जारी किया है। अरब सागर से आ रही नमी के कारण प्रदेश में 4 अलग-अलग मौसमी प्रणालियां सक्रिय हो चुकी हैं, जिससे अगले चार दिन मौसम रहस्यमयी और अस्थिर बना रहेगा।

कौन से 4 बड़े सिस्टम कर रहे हैं असर?

वर्तमान में पश्चिमी विक्षोभ, ऊपरी हवा में चक्रवात, गुजरात तक फैली द्रोणिका और पूर्व-पश्चिम ट्रफ लाइन की वजह से अरब सागर से भारी मात्रा में नमी मध्य प्रदेश की ओर खिंच रही है। इसका असर सबसे ज्यादा इंदौर, भोपाल, उज्जैन, जबलपुर, ग्वालियर, धार, श्योपुर, बैतूल और छिंदवाड़ा जिलों में देखने को मिल रहा है।

प्रदेश के कई जिलों के तापमान में आई गिरावट
 मौसम विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार बुधवार को कई शहरों के तापमान में गिरावट देखी गई। इंदौर में तामपान 3.8 डिग्री गिरकर 28.6 डिग्री पर पहुंच गया। इंदौर पचमढ़ी से भी ठंडा रहा। पचमढ़ी में तापमान 29.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो प्रदेश में सबसे कम रहा।  बुधवार को किसी भी शहर में तापमान 40 डिग्री के पार नहीं पहुंचा। नरसिंहपुर में सबसे ज्यादा 39.6 डिग्री पहुंचा। खजुराहो में 39.4 डिग्री, रीवा में 38.5 डिग्री, सीधी-मंडला में 38.4 डिग्री, उमरिया में 38.1 डिग्री और शिवपुरी-सतना में 38 डिग्री दर्ज किया गया। बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में 31.4 डिग्री, ग्वालियर में 37 डिग्री, उज्जैन में 29 डिग्री और जबलपुर में पारा 36.8 डिग्री सेल्सियस रहा।

15 जिलों में बदला रहा मौसम इससे पहले इंदौर, ग्वालियर के साथ बैतूल, नर्मदापुरम, छिंदवाड़ा, श्योपुर, धार, उज्जैन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, नीमच, मंदसौर, मुरैना और शिवपुरी जिलों में गुरुवार को मौसम बदला रहा। यहां बारिश, आकाशीय बिजली चमकने और तेज आंधी का दौर रहा। राजधानी भोपाल में सुबह से ही बादल छाए रहे। शाम को धूप खिली। धार में करीब 1 इंच पानी गिर गया। वहीं, इंदौर, उज्जैन, रतलाम, शिवपुरी, मंडला और सिवनी में भी हल्की बारिश हुई।

तापमान में भारी गिरावट

गुरुवार को कई जिलों में तेज हवाएं चलीं और बारिश हुई। भोपाल में दिनभर बादल छाए रहे और शाम को हल्की धूप निकली। तापमान 31.7 डिग्री रहा, वहीं इंदौर 30.8, उज्जैन 30.4 और जबलपुर 35.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पचमढ़ी में 30 डिग्री के साथ सबसे ठंडा स्थान रहा।

9 से 12 मई तक कैसा रहेगा मौसम?

    9 मई: पूरे प्रदेश में बारिश, गरज-चमक और 40-50 किमी/घंटा की आंधी की चेतावनी।
    10 मई: इंदौर, भोपाल, ग्वालियर सहित 20+ जिलों में हलचल।
    11 मई: ग्वालियर, जबलपुर, रीवा संभाग में व्यापक असर।
    12 मई: प्रदेश के भोपाल, इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम, ग्वालियर, चंबल, सागर, रीवा, शहडोल और जबलपुर संभाग समेत सभी जिलों में बारिश का एलर्ट हैं। इस दौरान 40 से 50 किमी प्रतिघंटा तक की रफ्तार से आंधी भी चल सकती है।

मौसम विशेषज्ञतों ने दी क्या चेतावनी?

मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला के अनुसार, "अरब सागर से आ रही नमी और उत्तरी ट्रफ की सक्रियता से यह सिस्टम अगले 4 दिन तक लगातार असर दिखाता रहेगा। किसानों और आम नागरिकों को सतर्क रहने की जरूरत है।"

बारिश के चलते कई शहरों में दिन का तापमान लुढ़क गया। भोपाल में दिनभर बादल रहे। शाम को धूप खिली। यहां पारा 31.7 डिग्री दर्ज किया गया। इंदौर में 30.8 डिग्री, ग्वालियर में 35.4 डिग्री, उज्जैन में 30.4 डिग्री और जबलपुर में 35.7 डिग्री सेल्सियस रहा। इकलौता हिल स्टेशन पचमढ़ी सबसे ठंडा रहा। यहां तापमान 30 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। धार में 31.5 डिग्री, शाजापुर में 31.7 डिग्री, खंडवा में 32.1 डिग्री, रतलाम में 32.2 डिग्री, बैतूल में 32.4 डिग्री और नर्मदापुरम में पारा 32.5 डिग्री रहा। गुरुवार को एक भी शहर में तापमान 40 डिग्री या इससे पार नहीं पहुंचा। नरसिंहपुर में सबसे ज्यादा 39.4 डिग्री दर्ज किया गया।

चार सिस्टम से बदला मौसम सीनियर मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि वेस्टर्न डिस्टरबेंस, टर्फ और साइक्लोनिक सर्कुलेशन की वजह से प्रदेश में मौसम बदला हुआ है। गुरुवार को कई जिलों में मौसम बदला रहा। 12 मई तक मौसम का मिजाज ऐसा ही बने रहने का अनुमान है।

मई में पड़ेगी सबसे ज्यादा गर्मी मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश में मई के महीने में ही सबसे ज्यादा गर्मी पड़ती है। पिछले 10 साल का ट्रेंड देखें तो कई शहरों में पारा 47-48 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच चुका है। दिन में हीट वेव चलेगी तो रातें भी गर्म रहेंगी। मई में बारिश का भी ट्रेंड रहता है। इस बार मई की शुरुआत में ही मौसम बदला हुआ है। पहले ही दिन कई जिलों में बारिश हुई।

इन जिलों में सबसे ज्यादा गर्मी मौसम विभाग की मानें तो मई महीने में ग्वालियर, छतरपुर, नरसिंहपुर, निवाड़ी, मैहर, टीकमगढ़, भिंड, दतिया, खरगोन, बड़वानी, खंडवा, मुरैना, राजगढ़, रायसेन, शाजापुर, श्योपुरकलां, शिवपुरी और विदिशा जिलों में पारा 45 डिग्री या इससे ज्यादा रहने का अनुमान है। इनमें ग्वालियर-चंबल संभाग के साथ मालवा-निमाड़ के कुछ शहरों में भी तेज गर्मी रहेगी। छतरपुर के खजुराहो और नौगांव, निवाड़ी के पृथ्वीपुर में पारा 48 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है।

भोपाल में पारा 44 से 45 डिग्री के बीच रहने का अनुमान है जबकि इंदौर, जबलपुर और उज्जैन में भी पारा इतना रह सकता है। बड़े शहरों में ग्वालियर में सबसे ज्यादा गर्मी पड़ेगी। यहां पारा 46-47 डिग्री के बीच पहुंचने का अनुमान है।

अबकी बार ऐसा रहा अप्रैल का महीना अप्रैल के पहले, दूसरे और तीसरे सप्ताह में तेज गर्मी और बारिश का दौर बना रहा। पहले सप्ताह में सभी संभागों में सामान्य से 2-3 डिग्री ज्यादा 21-24 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा। वहीं, दिन में पश्चिमी गर्म हवाओं के कारण अधिकतम तापमान इंदौर, सागर और नर्मदापुरम संभागों में सामान्य से ज्यादा 39 से 44 डिग्री तक पहुंच गया। उज्जैन, भोपाल, ग्वालियर समेत बाकी संभागों में यह 41 से 42 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा। पहले सप्ताह रतलाम में लू चल चुकी है। वहीं, बाकी शहरों में गर्म हवाओं से गर्मी बढ़ी रही।

दूसरे सप्ताह में पूरे प्रदेश में तेज आंधी, बारिश, ओले और गरज-चमक की स्थिति बनी रही। प्रदेश के 80 प्रतिशत हिस्से में बारिश हुई। दूसरी ओर, कुछ जिलों में गर्मी का असर भी रहा।

तीसरे सप्ताह में उत्तर-पश्चिमी हवाओं के जोर पकड़ने के साथ इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, चंबल, सागर, रीवा, नर्मदापुरम संभागों में न्यूनतम तापमान 25 से 27 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहा। वहीं, पूरे प्रदेश में दिन में अधिकतम तापमान 40 से 44 डिग्री सेल्सियस या इससे ज्यादा रहा। कई जिलों में लू भी चली।

वहीं, आखिरी सप्ताह में प्रदेश में ओले, बारिश का दौर शुरू हो गया। 25 अप्रैल के बाद से ऐसा मौसम रहा। वेस्टर्न डिस्टरबेंस, टर्फ और साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम के एक्टिव होने से ऐसा हुआ।

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