ग्वालियरमध्य प्रदेश

राज्य के सरकारी और गैर सरकारी स्कूलों में नर्सरी, केजी-1 और केजी-2 के पारंपरिक नाम अब बदल दिए

राजगढ़

राजगढ़ जिले में संचालित करीब 1200 से अधिक प्राथमिक स्कूलों की नर्सरी, केजी-1 और केजी-2 के नाम बदले गए हैं। अब इन्हें क्रमश: बाल वाटिका अरुण, उदय और प्रभात के नाम से जाना जाएगा। यह जिले के सभी सरकारी और गैर सरकारी स्कूलों के लिए लागू होगा। तीनों की कक्षाओं के नाम में यह बदलाव तत्काल प्रभाव से किया जाएगा। दरअसल, राज्य शिक्षा केंद्र की ओर से जारी दिशा-निर्देश के अनुसार ये नाम बदले गए हैं।

हाल ही में स्कूल शिक्षा मंत्री और अध्यक्ष टॉस्क फोर्स समिति की अध्यक्षता में हुई बैठक में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2024 के क्रियान्वयन को लेकर चर्चा की गई। इसमें यह निर्णय लिया गया। राज्य शिक्षा केंद्र के संचालक हरजिंदर सिंह ने कलेक्टर को ये निर्देश जारी किए हैं, जिसमें सभी प्राथमिक स्कूलों में तीर्नी ही क्लासेस के नाम बदलने का निर्णय लिया है। अंग्रेजी और हिंदी माध्यम के विद्यालयों में यह नियम लागू होगा। डीपीसी राजेंद्र यादव ने बताया कि वरिष्ठ कार्यालय से प्राप्त निर्देशों के अनुसार यह व्यवस्था इसी नवीन शैक्षणिक सत्र से लागू कर दी गई है, जिसे हर विद्यालय को मानना ही होगा।

कुछ में पूर्वार्ध व उत्तरार्ध का नाम प्रचलित
जिले में शिक्षा भारती के माध्यम से संचालित सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में संचालित स्कूलों में नर्सरी, केजी-1 और केजी-2 के नाम बदले हुए हैं। यहां पूर्वार्ध और उत्तरार्ध नाम प्रचलित है। यानी इन स्कूलों में यह नाम अलग रहा है। हालांकि अब निर्देश अनुसार सभी स्कूलों में एक साथ यह लागू होगा। जिसमें तीनों क्लासेस अब बाल वाटिका के नाम से जानी जाएगी। अरुण, उदय और प्रभात इन का नाम रहेगा।

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