बिहार में अशांत राज का दौर खत्म: शहाबुद्दीन जैसे बाहुबली अब नहीं उभरेंगे – अमित शाह

मोतिहारी
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह गुरुवार को मोतिहारी जिले में एक चुनावी सभा को संबोधित किया। अमित शाह ने अपने संबोधन में पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को निशाने पर लेते हुए कहा कि जंगलराज में अपहरण, खून, डकैती-फिरौती करने वाले कभी बिहार का भला नहीं कर सकते हैं। पीएम मोदी और सीएम नीतीश कुमार का जिक्र करते हुए अमित शाह ने कहा कि बिहार में जंगलराज को रोकने का काम पीएम मोदी और सीएम नीतीश कुमार की जोड़ी कर सकती है। राहुल गांधी को निशाने पर लेते हुए उन्होंने कहा कि अभी दो माह पहले राहुल गांधी ने यात्रा निकाली। यह यात्रा किसानों, युवाओं के लिए नहीं थी, बल्कि घुसपैठियों को बचाने के लिए निकाली गई थी। मैं राहुल गांधी को बताना चाहता हूं कि वे घुसपैठियों को बचाना चाहते हैं, लेकिन हमारी सरकार ने प्रण लिया है कि देश और बिहार से एक-एक घुसपैठियों को बाहर निकाला जाएगा।
राजद पर निशाना साधते हुए अमित शाह ने कहा कि राजद के लोग बिहार में आज भी शहाबुद्दीन का जमाना फिर से लाना चाहते हैं। लालू यादव के बेटे ने नारा लगाया, 'शहाबुद्दीन अमर रहे', उनके बेटे को टिकट दी, लेकिन मैं आज बता कर जाता हूं कि लालू यादव आपकी तीन पीढ़ी भी आ जाए तब भी बिहार में शहाबुद्दीन जैसे बाहुबली पैदा नहीं हो सकते। अमित शाह ने कहा कि आज कांग्रेस पार्टी लालू यादव के कंधों पर सवार होकर बिहार की सत्ता में वापसी करना चाहती है। लेकिन मैं राहुल गांधी को बता देना चाहता हूं कि जिनके कंधों पर आप सवार हैं, वो तो हारेंगे ही, आप भी हारने वाले हैं।
मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना का जिक्र करते हुए अमित शाह ने कहा कि अभी-अभी पीएम मोदी और सीएम नीतीश कुमार ने 1 करोड़ 41 लाख जीविका दीदियों के बैंक खातों में 10 हजार रुपए डालने का काम किया है। विपक्ष के लोग भ्रम फैला रहे हैं कि हम जीविका दीदियों से ये 10 हजार रुपए वापस ले लेंगे। मैं आज मोतिहारी की जीविका दीदियों से कहकर जाता हूं कि लालू यादव की चार-चार पीढ़ी भी आ जाए, लेकिन आप ये 10 हजार रुपए वापस नहीं ले सकते।
पीएम मोदी का जिक्र करते हुए उन्होंने पूर्व पीएम मनमोहन सिंह की सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि 10 साल तक मनमोहन सिंह का शासन रहा, लेकिन वे बिहार में सिर्फ 5 ही बार आए, जबकि पीएम मोदी अपने 10 साल के शासन में बिहार में 55 बार आए हैं। 10 साल में मनमोहन-सोनिया सरकार ने बिहार के लिए सिर्फ 2 लाख, 80 हजार करोड़ रुपए भेजे, जबकि पीएम मोदी ने 10 साल में 18 लाख, 70 हजार करोड़ रुपए भेजने का काम किया है। बिहार में अगली सरकार एनडीए की बनेगी और विकास के पथ पर बिहार आगे बढ़ेगा।



