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विश्व राजनीति में लगातार बढ़ रहा भारतीय मूल के लोगों का दबदबा, सुनक; हैरिस समेत ये हैं उदाहरण

नई दिल्ली
पूरी दुनिया में भारतीय मूल के लोगों का डंका अलग-अलग क्षेत्रों में बज रहा है। वे प्रमुख पदों पर बैठे हुए हैं। इसी कड़ी में नया नाम थरमन षणमुगरत्नम का जुड़ा है। उनके दादा 19 वीं शताब्दी में तमिलनाडु से जाकर सिंगापुर में बस गए थे। वह सिंगापुर के नौवें राष्ट्रपति होंगे। सिंगापुर में तमिल जनसंख्या करीब नौ प्रतिशत है। वहां राष्ट्रपति का कार्यकाल छह साल का होता है। सिंगापुर के लोगों में थरमन की छवि अच्छे वक्ता, बुद्धिमान व्यक्ति और शहरी नेता की है। षणमुगरत्नम का जन्म 25 फरवरी 1957 को सिंगापुर में हुआ था। उनके पिता प्रो. के. षणमुगरत्नम थे, जो चिकित्सा विज्ञानी थे। उन्हें सिंगापुर में पैथोलाजी का जनक माना जाता है। उन्होंने सिंगापुर कैंसर रेजिस्ट्री की नींव रखी थी।

विश्व में में बढ़ रहा है भारतीयों का दबदबा
विश्व राजनीति में भारतवंशियों का दबदबा लगातार बढ़ता जा रहा है। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस, अमेरिकी सांसद राजा कृष्णमूर्ति, रो खन्ना, प्रमिला जयपाल, श्री थानेदार जैसे कई उदाहरण हमारे सामने हैं। सिंगापुर में भारतवंशी थरमन षणमुगरत्नम ने राष्ट्रपति चुनाव में जीत हासिल कर नई मिसाल कायम की है। इस उपलब्धि पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उन्हें बधाई दी है। उन्होंने कहा कि भारत-सिंगापुर के बीच भागीदारी को और मजबूत करने के लिए साथ मिलकर कार्य करने के लिए वे उत्सुक हैं। थरमन ने इस चुनाव में बड़े अंतर से जीत हासिल की है। उन्हें 70.4 प्रतिशत मत प्राप्त हुए हैं।

कार्यकाल 13 सितंबर को समाप्त होगा।
उन्होंने चीनी मूल के दो अन्य दावेदारों को हराया है। 2011 के बाद देश में पहली बार राष्ट्रपति चुनाव हुआ है। वह वर्तमान राष्ट्रपति हलीमा याकूब का स्थान लेंगे, जिनका छह साल का कार्यकाल 13 सितंबर को समाप्त होगा। हलीमा देश की आठवीं और पहली महिला राष्ट्रपति हैं।हलीमा 2017 में निर्विरोध राष्ट्रपति चुनी गई थीं। जीत हासिल करने के बाद पहले मीडिया संबोधन में थरमन ने कहा कि सिंगापुर के लोगों की ओर से उन्हें दी गई जिम्मेदारी को पूरा करने के लिए वे गंभीर हैं। मैं सभी को धन्यवाद देता हूं। सिंगापुर के राष्ट्रपति चुनाव में भारतवंशी ने हासिल की जीत थरमन षणमुगरत्नम को चुनाव जीतने पर मोदी ने दी बधाई

लंदन स्कूल ऑफ इकोनामिक्स व यूनिवर्सिटी आफ कैम्ब्रिज से शिक्षा प्राप्त की थरमन षणमुगरत्नम ने लंदन स्कूल ऑफ इकोनामिक्स से अर्थशास्त्र में बीएससी की डिग्री हासिल की। इसके बाद वो यूनिवर्सिटी आफ कैम्ब्रिज के वुल्फसन कालेज गए, जहां से अर्थशास्त्र में एम फिल किया। इसके बाद हार्वर्ड विश्वविद्यालय के हार्वर्ड कैनेडी स्कूल से पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में एमपीए किया। वह पेशे से अर्थशास्त्री हैं। 2011 से 2014 तक आइएमएफ के इंटरनेशनल मोनेटरी एंड फाइनेंशियल कमिटी के प्रमुख रहे। वित्त मंत्री और उप प्रधानमंत्री के रूप में काम कर चुके हैं थरमन षणमुगरत्नम 2001 में पीपुल्स एक्शन पार्टी (पीएपी) के साथ राजनीति में उतरे। उन्हें चार बार सिंगापुर की संसद में चुना गया।

 

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