नईदिल्ली
निशिकांत दुबे ने कहा कि हम पहले सुन रहे थे कि अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के लिए राहुल गांधी आएंगे, लेकिन वह नहीं आए. शायद देर से उठे होंगे. गौरव गोगई ने पहले चर्चा शुरू की अच्छी बात है. उन्होंने आगे कहा,'मैं अविश्वास प्रस्ताव के विरोध में खड़ा हुआ हूं. मणिपुर की चर्चा हुई. इतने महत्वपूर्ण बिल पर पार्टी ने मुझे बोलने के लिए खड़ा किया. अभी मैंने गौरव गोगोई को सुना.
निशिकांत दुबे ने सीपीएम को बताया राष्ट्रविरोधी पार्टी
निशिकांत दुबे ने कहा कि सोनिया गांधी के दो काम हैं. बेटे को सेट करना है और दामाद को भेंट करना है. उन्होंने सवाल पूछा कि अगर कल के भाषण में न्यूजक्लिक का नाम बहाल कर दिया गया है तो आपकी समस्या क्या है? उन्होंने कहा कि पूर्व सीपीएम प्रमुख प्रकाश करात ने सिंघम के साथ कई ईमेल का आदान-प्रदान किया था.य मैं उन्हें रिकॉर्ड पर रख सकता हूं. सीपीएम एक राष्ट्रविरोधी पार्टी है.
निशिकांत दुबे ने आगे कहा कि राहुल गांधी के भाषण को छोटा करने के लिए. राहुल गांधी का भाषण नहीं हुआ, उनके भाषण को छोटा करने के लिए बस गुगली खा गए. गौरव गोगोई जब बोल रहे थे. उन्होंने शहादत के बारे में कहा, लेकिन पूरी कांग्रेस को शहादत के बारे में नहीं पता है. गौरव गोगोई ने कहा कि आपको मणिपुर के बारे में नहीं पता होगा. आपमें से कई लोग मणिपुर नहीं गए होंगे. मैं मणिपुर के इतिहास का भुग्तभोगी हूं. मेरे मामा मणिपुर में अपना पैर गंवा चुके. वो सीआरपीएफ के डीआईजी हुआ करते थे.
एनके तिवारी जब मणिपुर में आईजी बनकर गए तो आपकी (कांग्रेस) सरकार ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया. कि आप राष्ट्रवाद की बात करते हो. 83 के चुनाव में असम में कितने प्रतिशत लोगों ने वोट दिया था. कितने लोग मारे गए थे. जब आपने ऑल इंडिया असम स्टूडेंट यूनियन के साथ समझौता किया तो उस समझौता का यह पार्ट था कि ये सरकार हटाई जाएगी. आपकी सरकार खत्म की जाएगी. क्या यह समझौता का पार्टी नहीं था. मैं गृहमंत्री जी से कहूंगा कि जब वो जवाब दें तो समझौते का पूरा प्रारूप बताएं.
जब दुबे ने लोकसभा में ये बात कही तो सत्ता पक्ष के सांसद हंसने लगे। उधर सोनिया गांधी भी ये सुनकर हंस पड़ीं। तभी विपक्ष के कुछ सांसदों ने इस पर ऐतराज जताना शुरू कर दिया। इसकी काट में बिहार से बीजेपी के सांसद संजय जायसवाल ने कहा कि जिनका नाम लिया जा रहा है, वह नहीं बोल रही हैं तो दूसरे सदस्य क्यों बोल रहे हैं।
दुबे ने कहा, "मैं अपनी बात पर कायम हूं।" उन्होंने नेशनल हेराल्ड के एक इनकम टैक्स के केस का हवाला देते हुए कहा कि अगर इसमें एक भी बात गलत निकली तो मेरी सदस्यता रद्द कर दी जाय। उन्होंने एक दामाद जी का जिक्र करते हुए कहा कि संजय भंडारी ने विदेशी कोर्ट में बयान दिया है कि मकान एक दामाद जी का है।
दुबे ने सवाल पूछा कि अगर कल के भाषण में न्यूजक्लिक का नाम बहाल कर दिया गया है तो आपकी समस्या क्या है? उन्होंने कहा,"पूर्व सीपीएम प्रमुख प्रकाश करात ने सिंघम के साथ कई ईमेल का आदान-प्रदान किया था। यह मैं उन्हें रिकॉर्ड पर रख सकता हूं। सीपीएम एक राष्ट्रविरोधी पार्टी है।"