नईदिल्ली
जी-20 सम्मेलन में शामिल होने वाले मेहमानों को एडवांस मेडिकल सुविधा मिलेगी। किसी भी आपात स्थिति में मरीज को महज दस मिनट में अस्पताल पहुंचाया जाएगा। साथ ही, मरीज को रास्ते में ही उपयुक्त उपचार देने का प्रयास रहेगा। इसके लिए आधुनिक सुविधाओं से लैस एडवांस एंबुलेंस का इस्तेमाल किया जाएगा। इनमें तैनात स्वास्थ्यकर्मी प्राथमिक उपचार देने में माहिर होंगे।
सम्मेलन के आयोजन स्थल से एम्स, सफदरजंग, डॉ. राममनोहर लोहिया, आर्मी अस्पताल, लेडी हार्डिंग, लोकनायक सहित अन्य अस्पतालों तक स्पेशल ग्रीन कॉरिडोर बनेंगे। इनकी मदद से पीड़ित को अधिकतम दस मिनट में अस्पताल पहुंचा दिया जाएगा। एंबुलेंस को पोर्टेबल जांच मशीनों से लैस किया जा रहा है। इसके अलावा वेंटिलेटर व अन्य सुविधाएं भी होंगी, ताकि मरीजों कुछ ही सेकंड में उपचार मिल सके। डॉक्टरों को भी आपातकालीन सेवाएं देने के लिए तैयार किया जा रहा है। इसके लिए सभी नोडल अस्पतालों में डॉक्टरों का प्रशिक्षण चल रहा है।
हाईटेक होगी आपातकालीन सेवाएं
अस्पतालों में आपातकालीन सेवाओं पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इन सेवाओं को आधुनिक बनाने के लिए स्वास्थ्यकर्मियों के साथ कृत्रिम बुद्धिमता व एडवांस तकनीक का भी इस्तेमाल होगा। लोकनायक अस्पताल के निदेशक डॉ. सुरेश कुमार का कहना है कि कैजुअल्टी को बेहतर बनाया गया है। जी-20 सम्मेलन के लिए डॉक्टरों को विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसमें बताया जा रहा है कि यदि किसी भी व्यक्ति को अस्पताल में लाना पड़ता है तो कम से कम समय में कैसे मरीज को बेहतर उपचार दिया जाए। इसमें आधुनिक जांच मशीनों का भी इस्तेमाल होगा। आईसीयू बेड को भी अपग्रेड किया है।
दिल्ली सरकार की कैट्स के साथ मिलकर एंबुलेंस की सुविधा दे रही मेडुलेंस हेल्थकेयर के सह संस्थापक रवजोत सिंह अरोड़ा ने बताया कि सम्मेलन में तैनात की जाने वाली सभी एंबुलेंस सर्वोत्तम गुणवत्ता वाली उन्नत कार्डियक लाइफ सपोर्ट वाली हैं जो सभी प्रकार की आपात स्थितियों के लिए तैयार हैं। इनमें जरूरी दवाइयां व उपकरण होंगे।
स्वास्थ्यकर्मियों की छुट्टियां रद्द
अस्पतालों में स्वास्थ्यकर्मियों की छुट्टियां रद्द कर दी गईं हैं। इसे लेकर डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल के निदेशक व चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अजय शुक्ला ने एक आदेश जारी किया है। इस आदेश में कहा गया है कि 7 से 10 सितंबर तक सभी छुट्टियां निरस्त की जाती हैं। जी-20 सम्मलेन को देखते हुए इस दौरान किसी भी प्रकार की छुट्टी नहीं दी जाएगी। वहीं, सूत्रों का कहना है कि एम्स, सफदरजंग, आर्मी अस्पताल, लेडी हार्डिंग, लोक नायक सहित अन्य अस्पताल में भी छुट्टियां रद्द रह सकती हैं।
उपराज्यपाल ने दिए निर्देश
उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने निर्देश दिए हैं कि आपातकालीन चिकित्सा देखभाल की सुविधा के लिए अस्पतालों और उसके आसपास विस्तृत आकस्मिक योजना बनाएं।