19 अगस्त को सावन विनायक चतुर्थी ? 5 शुभ संयोग में होगी गणेश पूजा, देखें पूजन मुहूर्त
सावन विनायक चतुर्थी का व्रत सावन माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को रखा जाएगा. 16 अगस्त को अधिक मास का समापन हो रहा है और 17 अगस्त से सावन शुक्ल पक्ष का प्रारंभ हो जाएगा. सावन का महीना शिव परिवार की पूजा के लिए जाना जाता है. उसमें चतुर्थी तिथि गणेश जी की पूजा के लिए है. इस दिन व्रत रखकर गणेश जी की पूजा करने से मनोकामनाएं सिद्ध होती हैं. इस साल सावन विनायक चतुर्थी पर 5 शुभ संयोग बन रहे हैं. इन शुभ संयोगों में गणेश जी की पूजा की जाएगी. आइए जानते हैं सावन विनायक चतुर्थी के पूजा मुहूर्त और शुभ संयोग के बारे में.
सावन विनायक चतुर्थी 2023 तिथि
पंचांग के अनुसार, इस साल सावन माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि 19 अगस्त को रात 10 बजकर 19 मिनट पर शुरू हो जाएगी और इस तिथि की समाप्ति 20 अगस्त की देर रात 12 बजकर 21 मिनट पर होगा. उदयातिथि के आधार पर सावन विनायक चतुर्थी का व्रत 20 अगस्त दिन रविवार को रखा जाएगा.
सावन विनायक चतुर्थी 2023 पूजा मुहूर्त
सावन विनायक चतुर्थी की पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 11 बजकर 06 मिनट से प्रारंभ होगा और यह शुभ समय दोपहर 01 बजकर 43 मिनट तक रहेगा. ऐसे में आपको सावन विनायक चतुर्थी की पूजा के लिए ढाई घंटे से अधिक का समय मिल रहा है.
5 शुभ संयोग में सावन विनायक चतुर्थी 2023
इस बार सावन विनायक चतुर्थी पर 5 शुभ संयोग बन रहे हैं. 20 अगस्त को सर्वार्थ सिद्धि, अमृत सिद्धि, रवि योग, साध्य योग और शुभ योग बनेंगे. इन 5 शुभ योगों में सावन विनायक चतुर्थी पड़ी है. साध्य योग प्रात:काल से लेकर रात 09 बजकर 59 मिनट तक है. उसके बाद से साध्य योग प्रारंभ होगा. वहीं सर्वार्थ सिद्धि योग, रवि योग और सर्वार्थ सिद्धि योग सुबह 05 बजकर 53 मिनट से शुरू होगा और यह 21 अगस्त सोमवार को सुबह 04 बजकर 22 मिनट तक रहेगा. पूरे दिन हस्त नक्षत्र है.
विनायक चतुर्थी पर न देखें चंद्रमा
विनायक चतुर्थी वाले दिन चंद्रमा नहीं देखने का विधान है क्योंकि इससे कलंक लगने की आशंका रहती है. इस दिन चंद्रोदय सुबह 09 बजकर 03 मिनट पर होगा और चंद्रास्त का समय रात 09 बजकर 09 मिनट पर है. विनायक चतुर्थी वाले दिन चंद्रमा करीब 12 घंटे तक दिखाई देगा.
सावन विनायक चतुर्थी का महत्व
सावन माह शिव जी को प्रिय है. सावन का हर दिन शिव पूजा के लिए शुभ है. गणेश जी भगवान शिव के पुत्र हैं. सावन विनायक चतुर्थी के दिन गणेश पूजा से भगवान शिव और माता पार्वती भी प्रसन्न होंगे. इस व्रत को करने से आप पर गणेश जी की कृपा होगी. सभी कार्य सफल होंगे. संकट दूर होंगे. धन, बल और बुद्धि में वृद्धि होगी.