छत्तीसगढ़राज्य

बेमेतरा में चुनाव से लेकर उत्सव तक पाबंदी

बेमेतरा.

आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पुलिस अधीक्षक भावना गुप्ता के निर्देश पर थाना/चौकी प्रभारियों के द्वारा नवरात्रि पर्व की तैयारी और व्यवस्था को लेकर दुर्गा उत्सव समितियों समेत डीजे संचालकों की शांति समिति की मीटिंग बुलाई गई। जिसमें आगामी त्यौहारों और चुनाव को दृष्टिगत रखते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए गए।

जिसमें सडकों पर पंडाल नहीं लगाने, रात्रि 10 बजे के बाद डीजे, धुमाल और तीव्र ध्वनि विस्तारक यंत्र का उपयोग नहीं करने, असामाजिक तत्वों की जानकारी अविलंब थाना में देने, समिति पदाधिकारियों को भी अपनी जानकारी थाने में देने कहा गया तथा साम्प्रदायिक सौहार्द एवं कानून व्यवस्था बनाये रखने इत्यादि समझाईस देकर गांव/शहर की सामाजिक सदभावना को हर हाल में बनाए रखने साथ ही इसके अलावा विभिन्न प्रकार के आयोजनों के लिए अलग से नियमानुसार, अनुमति लेने और आदर्श आचार संहिता का कडाई से पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।

इन नियमों का पालन करना होगा —–
1. आदर्श आचार संहिता में चुनाव आयोग द्वारा जारी किये गये दिशा-निर्देशों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित किया जाएगा।
2. दुर्गा पंडाल लगाने के लिये नियमानुसार अनुमति लेनी होगी।
3. किसी प्रकार की रैली जुलूस, शोभा यात्रा, निकालने के पूर्व नियमानुसार अनुमति लेनी होगी।
4. दुर्गा पंडालों व अन्य धार्मिक आयोजन, धार्मिक रैली जुलूसों में किसी प्रकार की राजनीतिक प्रचार-प्रसार नहीं किया जाएगा। यदि कोई राजनीतिक प्रचार प्रसार करता है तो उसकी संपूर्ण जिम्मेदारी पंडाल के पदाधिकारियों की होगी।
5. कोई भी ध्वनि विस्तारक यंत्रों- डीजे, धुमाल अन्य वाद्य यंत्र को बजाने हेतु नियमानुसार अनुमति लेनी होगी।
7. गरबा एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिये भी नियमानुसार अलग से अनुमति लेनी होगी।
8. रैली जुलूस, शोभा यात्रा के दौरान किसी प्रकार के अस्त-शस्त्र का प्रदर्शन प्रतिबंधित होगा ।
9. दुर्गा प्रतिमा का विसर्जन दशहरा पर्व के अगले दिन करना अनिवार्य होगा।
10 सभी समितियों को विसर्जन एक ही दिन करना है।
11. सोशल मीडिया के माध्यम से अस्त शस्त्र का प्रदर्शन न करें। इस प्रकार से कोई प्रदर्शनी करते हुए पाये जाने पर कानूनी कार्रवाई किया जाएगी।
12. सभी समिति से अपील है कि दुर्गोत्सव के दौरान आदर्श आचार संहिता के दिशा-निर्देशों का पालन करने हुए शांतिपूर्ण ढंग से कार्यक्रम का आयोजन एवं मूर्ति विसर्जन करें।

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