खेल

आर्थर और ब्रैडबर्न को पाकिस्तानी टीम के साथ बनाए रखना चाहते हैं इंजमाम

लाहौर
पाकिस्तान के नवनियुक्त मुख्य चयनकर्ता इंजमाम उल हक राष्ट्रीय क्रिकेट टीम से जुड़े विदेशी कोच मिकी आर्थर और ग्रांट ब्रैडबर्न को उनके पदों पर बनाए रखना चाहते हैं और उन्होंने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) से कह दिया है कि उन्हें इन दोनों के साथ काम करने में किसी तरह की परेशानी नहीं है।

दक्षिण अफ्रीका के रहने वाले आर्थर को इस साल अप्रैल में टीम का निदेशक नियुक्त किया गया था जबकि ब्रैडबर्न को मई में मुख्य कोच बनाया गया था। अटकलें लगाई जा रही थी कि क्रिकेट तकनीकी समिति इन दोनों के कार्यकाल को सीमित कर सकती है। इस समिति में इंजमाम और मिस्बाह उल हक भी शामिल हैं।

पीसीबी सूत्रों के अनुसार इंजमाम ने इन दोनों को बनाए रखने के लिए बोर्ड के प्रमुख जका अशरफ और तकनीकी समिति के अध्यक्ष मिस्बाह को मनाने में अहम भूमिका निभाई। सूत्रों ने कहा, ''वह इंजमाम थे जिन्होंने मिकी आर्थर और यहां तक कि ब्रैडबर्न के बारे में सकारात्मक प्रतिक्रिया दी। उन्होंने बोर्ड अध्यक्ष को आश्वासन दिया कि उन्हें इन दोनों के साथ काम करने में किसी तरह की परेशानी नहीं होगी।''

 

संजय सेन ने इगोर स्टिमक के अनुरोध का समर्थन किया

नई दिल्ली
 भारत की पुरुष फुटबॉल टीम के क्रोएशियाई मुख्य कोच इगोर स्टिमक ने सभी स्टेक होल्डर, खासकर इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) क्लबों से खिलाडिय़ों को समय पर रिलीज करने का अनुरोध किया है। भारतीय पुरुष फुटबॉल टीम के कोच इगोर स्टिमक ने एक खास अपील की है, जिसका समर्थन अब संजय सेन ने भी किया है। इगोर स्टिमक ने क्लबों से खिलाडिय़ों को समय पर रिलीज करने का अनुरोध किया है। जिससे ब्लू टाइगर्स के पास, एएफसी एशियाई कप 2023 और 2026 फीफा विश्व कप क्वालीफायर की तैयारी के लिए ज्यादा समय मिले।

संजय सेन ने स्टिमक के प्रस्ताव को सही समय पर सही बात करार देते हुए उनकी बात पर सबको गौर देने की राय दी है। 2019-20 और 2020-21 में टीम के सहायक कोच बनने से पहले, सेन 2018-19 में आईएसएल क्लब एटीके के तकनीकी निदेशक थे। वर्तमान में, सेन मोहन बागान के युवा विकास के प्रमुख हैं। उन्होंने कहा, देखिए, सवाल यह नहीं है कि क्या यह वैध अनुरोध है। ऐसा लगता है कि स्टिमक ने यह अनुरोध दो दृष्टिकोणों से किया है – पहला, हाल के दिनों में टीम के प्रभावशाली प्रदर्शन को देखते हुए। हालांकि भारत ने कई उच्च रैंकिंग वाली टीमों को नहीं हराया है, लेकिन अंतर्राष्ट्रीय टीमों की भागीदारी के साथ तीन टूर्नामेंट जीतना भारत की सफलता को दर्शाता है। दूसरी बात, एक नया प्रबंधन सत्ता में आया है। इन सभी फैक्टर को ध्यान में रखते हुए, स्टिमक ने क्लबों से यह अनुरोध किया है।

यह पहली बार नहीं है कि किसी कोच ने ऐसा अनुरोध किया है, पहले भी ऐसे अनुरोध किए गए थे। अब यह फ्रेंचाइजी और क्लब मालिकों पर निर्भर हैज् हमें देखना होगा कि वे राष्ट्रीय टीम के लिए कितना सोचते हैं। सेन ने कहा, स्टिमक ने अपना अनुरोध पेश करने के लिए सही समय चुना है। वास्तव में, अगर मैं कोच होता, तो यही मांग करता। सेन को नहीं पता कि क्लब मुख्य कोच के अनुरोध पर कैसे प्रतिक्रिया देंगे और उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्लबों के उदाहरणों का हवाला भी दिया, जिन्होंने खिलाडिय़ों को राष्ट्रीय ड्यूटी के लिए खिलाडिय़ों को जल्दी फ्री करने पर ज्यादा ध्यान दिया। हालांकि, जैसा कि मैंने कहा है, क्लब अपने हितों को भी देखेंगे। हाल ही में, मैंने मीडिया रिपोर्ट में देखा है कि क्लबों ने खिलाडिय़ों को रिलीज करने में दिलचस्पी नहीं दिखाई है। लेकिन ये मीडिया रिपोर्ट हैं और मुझे नहीं पता कि ये कितने सच हैं।

 

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