केरल में 45 साल की एक विधवा को छुट्टियां मनाने पर मौलवी की नाराजगी का सामना करना पड़ा
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केरल
केरल में 45 साल की एक विधवा को छुट्टियां मनाने पर मौलवी की नाराजगी का सामना करना पड़ा है। मौलवी का कहना है कि विधवाओं को घर में रहकर प्रार्थना करनी चाहिए। इधर, महिला के परिवार का कहना है कि इस टिप्पणी के चलते उनका घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। साथ ही कहा है कि अब अन्य लोग उन्हें संदेह की नजरों से देख रहे हैं।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, 45 साल की नफीसुम्मा दिहाड़ी मजदूर हैं। करीब 25 साल पहले उनके पति का देहांत हो गया था। उनकी तीन बेटियां हैं। नफीसुम्मा हिमाचल प्रदेश के मनाली जाना चाहती थीं और बर्फ देखना चाहती थीं। अब उनकी इस यात्रा पर मौलवी ने सवाल उठा दिए हैं। दिसंबर में वह अपनी बेटियों के साथ इस यात्रा पर गई थीं। खबर है कि यात्रा से जुड़ा एक वीडियो सामने आया है, जिसमें नफीसुम्मा बर्फ की गेंद हाथ में रखे हुए हैं। साथ ही वह अपने दोस्तों को ऐसी ट्रिप्स लेने की सलाह दे रही हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, इस वीडियो पर मौलवी इब्राहिम सकाफी पुझाकट्टीरी ने आपत्ति दर्ज कराई है। एक कार्यक्रम के दौरा उन्होंने कहा, 'हो सकता है कि आपने एक वीडियो देखा हो…। एक दादी, जिनके पति का इंतकाल 25 साल पहले हो चुका है, वह दूसरे राज्य में बर्फ से खेल रही हैं। जबकि, उन्हें घर के कोने में रहना चाहिए और प्रार्थना करनी चाहिए। वह दूसरे राज्य गईं और बर्फ के साथ खेल रही थीं…। यह परेशानी है।'
रिपोर्ट के मुताबिक, महिला की बेटी ने मीडिया को बताया, 'उस्ताद की बात सुन हम टूट गए हैं।' उन्होंने कहा, 'उन्होंने मां की शांति भंग कर दी है। अब वह बाहर नहीं जा सकती। उनके भाषण के बाद समुदाय के सदस्यों को लगता है कि मां ने कुछ गलत किया है। क्या एक विधवा को बाहर की दुनिया देखने का अधिकार नहीं है।'