भोपालमध्य प्रदेश

शादीशुदा महिला से हुआ प्यार, फिर पति के इलाज के लिए रच डाली लूट की साजिश!

भोपाल
राजभवन के पास रोशनपुरा चौराहा पर कियोस्क संचालक को लूटकर उस पर फायर करने वाले तीस हजार के इनामी बदमाश दीपेंद्र गुर्जर को पुलिस ने पकड़ लिया है। उसके साथ आश्रय देने वाले तीन अन्य आरोपित भी गिरफ्तार किए गए हैं। वहीं जिस गुर्जर समाज के नेता लोकेंद्र की लाइसेंसी राइफल से उसने वारदात को अंजाम दिया था, पुलिस ने उन्हें भी आरोपित बनाया है।

भोपाल के हाई सिक्योरिटी क्षेत्र में शामिल राजभवन के पास लूट और हत्या के प्रयास की इस घटना के पीछे की वजह किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है। बदमाश दीपेंद्र ने पूछताछ में बताया कि लूट की यह वारदात उसने अपनी शादीशुदा प्रेमिका के पति के इलाज के लिए की थी। जबकि दीपेंद्र भी पहले से शादीशुदा है और बच्चों का पिता है।
 
दोनों मिले भी थे
जोन-2 के अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त गौतम सोलंकी ने बताया कि दीपेंद्र की दोस्ती उत्तर प्रदेश के हापुड़ स्थित ग्राम असोडा में रहने वाली 25 वर्षीय गुलफशां से एक साल पहले इंस्टाग्राम पर हुई थी। धीरे-धीरे दोस्ती प्रेम में बदली, दोनों के बीच अक्सर वीडियो कॉल पर लंबी बात होती थी। दोनों ने एक बार मिलने की बात भी बताई है। गुलफशां का पति फुरकान मामूली नौकरी करता है, जिससे जरुरत पड़ने पर गुलफशां दीपेंद्र से रुपयों की डिमांड करती थी, जिसे दीपेंद्र पूरा भी करता था।

अकाउंट में 30 हजार रुपये ट्रांसफर करवाए
दीपेंद्र ने पुलिस को बताया कि गुलफशां के पति फुरकान की तबीयत कई दिनों से बिगड़ी हुई थी और उसके इलाज के लिए रुपयों की जरुरत थी। इसके चलते गुलफशां रुपये भेजने का दबाव दीपेंद्र पर बना रही थी। दीपेंद्र अपने मालिक लोकेंद्र से रुपयों की डिमांड करने लगा, वहीं जब उसे रुपये नहीं मिले तो उसने 24 अक्टूबर को करीब चार बजे रोशनपुरा चौराहा पर श्याम विजयवर्गीय के कियोस्क पर जाकर खाते में 30 हजार रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर करवाए।

राइफल सौंपकर फरार हो गया
जब श्याम ने मनी ट्रांसफर के बदले में रुपये मांगे तो दीपेंद्र ने लोकेंद्र की 315 बोर की लाइसेंसी राइफल से उस पर फायरिंग कर दी, गनीमत रही की गोली उसके बाजू से निकल गई। इसके बाद दुकान के बाहर दो राउंड हवाई फायरिंग की। घटना के बाद बदमाश दीपेंद्र कार से भोपाल स्टेशन पहुंचा। वहां से मुरैना के ग्राम सिकरौदा निवासी अपने दोस्त 23 वर्षीय रणवीर गुर्जर और सुमावली मुरैना में रहने वाले 33 वर्षीय देशराज गुर्जर के पास पहुंचा। दीपेंद्र ने उन्हें पूरी घटना की जानकारी दी और उन्हें उपयोग की गई राइफल सौंपकर फरार हो गया। इसके अलावा वह अपनी प्रेमिका गुलफशां के संपर्क में भी लगातार बना रहा।

गुर्जर समाज के नेता पर भी केस दर्ज
एडिशनल डीसीपी सोलंकी के अनुसार दीपेंद्र के खाते में भेजी गई राशि उसने आनलाइन माध्यम से गुलफशां के खाते में भेजी थी। पुलिस की एक टीम गुलफशां के घर पहुंची। इसके बाद उसकी काल डिटेल के आधार पर दोनों दोस्तों के पास टीमें गईं और उन्हें हिरासत में लिया गया। आरोपित लगातार मुरैना स्थित दिमनी ग्राम और ग्वालियर में रहा। पुलिस की टीम ने दिमनी में डेरा डाल रखा था।

आखिरकार आरोपित दीपेंद्र को वहां से ही हिरासत में लिया गया था। उसकी आधिकारिक गिरफ्तारी भोपाल में हुई है। वहीं लोकेंद्र गुर्जर को लाइसेंसी हथियार के रखरखाव में लापरवाही मानते हुए आर्म्स एक्ट के तहत आरोपित बनाया गया है। अन्य सभी चार आरोपितों को गिरफ्तार कर पुलिस ने जेल भेज दिया है।

 

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