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दिल्ली की प्रति व्यक्ति आय दो साल में 22 प्रतिशत बढ़ी : आर्थिक समीक्षा

दिल्ली की प्रति व्यक्ति आय दो साल में 22 प्रतिशत बढ़ी : आर्थिक समीक्षा

महिंद्रा की फरवरी में वाहनों की थोक बिक्री 24 प्रतिशत बढ़ी

घरेलू कच्चे तेल पर अप्रत्याशित लाभ कर बढ़ा, डीजल पर घटा

नई दिल्ली
 दिल्ली की प्रति व्यक्ति आय दो साल में 22 प्रतिशत बढ़कर चालू वित्त वर्ष में 4.61 लाख रुपये हो गयी। पेश राज्य आर्थिक समीक्षा में यह जानकारी दी गई।

दिल्ली की वित्त मंत्री आतिशी ने विधानसभा में वित्त वर्ष 2023-24 की आर्थिक समीक्षा पेश करते हुए कहा कि दिल्ली सरकार के सुचारू कामकाज में पैदा हुई बाधाओं के बावजूद इसकी प्रति व्यक्ति आय में बढ़ोतरी दर्ज की गई है।

इसके साथ ही उन्होंने बताया कि अगले वित्त वर्ष 2024-25 के लिए राज्य का बजट चार मार्च को विधानसभा में पेश किया जाएगा। उन्होंने आर्थिक समीक्षा का ब्योरा देते हुए कहा कि वित्त वर्ष 2023-24 में मौजूदा कीमतों पर दिल्ली का जीएसडीपी (सकल राज्य घरेलू उत्पाद) 11,07,746 करोड़ रुपये तक पहुंचने की संभावना है, जो 2022-23 की तुलना में 9.17 प्रतिशत अधिक है। वित्त वर्ष 2022-23 में दिल्ली की जीएसडीपी 10.14 लाख करोड़ रुपये थी।

आतिशी ने कहा कि कोविड के बाद के दौर में दिल्ली की वास्तविक जीएसडीपी 2021-22 में 8.76 प्रतिशत और 2022-23 में 7.85 प्रतिशत की दर से बढ़ी, जो देश के बाकी हिस्सों के मुकाबले तेज है। उन्होंने कहा, ‘दिल्ली की जनसंख्या भारत की जनसंख्या का 1.5 प्रतिशत है, जबकि इसकी जीएसडीपी का भारत की जीडीपी में लगभग 3.9 प्रतिशत योगदान है।’

वित्त वर्ष 2021-22 में दिल्ली की प्रति व्यक्ति आय 3,76,217 रुपये थी, जो 2023-24 में बढ़कर 4,61,910 रुपये हो गई। इस तरह दो वर्षों में 22 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि जनवरी-दिसंबर 2023 में दिल्ली की मुद्रास्फीति दर 2.81 प्रतिशत थी जबकि इसी अवधि में राष्ट्रीय मुद्रास्फीति दर 5.65 प्रतिशत थी।

मंत्री ने कहा कि दिल्ली मुफ्त बिजली, पानी, स्वास्थ्य, शिक्षा, महिलाओं के लिए बस यात्रा, बुजुर्गों के लिए तीर्थ यात्रा की सुविधा देती है और अभी भी यह राजस्व अधिशेष के साथ एक बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था है।

महिंद्रा की फरवरी में वाहनों की थोक बिक्री 24 प्रतिशत बढ़ी

नई दिल्ली
घरेलू वाहन विनिर्माता महिंद्रा एंड महिंद्रा की फरवरी में कुल बिक्री 24 प्रतिशत बढ़कर 72,923 इकाई हो गई।

कंपनी ने फरवरी के बिक्री आंकड़े जारी करते हुए कहा कि एक साल पहले की समान अवधि में उसने 58,801 इकाइयों की थोक बिक्री की थी। कंपनी ने एक बयान में कहा कि घरेलू बाजार में उसके यात्री वाहनों की बिक्री पिछले महीने 40 प्रतिशत बढ़कर 42,401 इकाई हो गई, जो पिछले साल फरवरी में 30,358 इकाई थी।

महिंद्रा एंड महिंद्रा के अध्यक्ष (वाहन खंड) विजय नाकरा ने कहा, ‘उपभोक्ताओं को अपनी कुछ एसयूवी की जल्द आपूर्ति करने के लिए हमने इस महीने स्कॉर्पियो एन जेड8एस संस्करण और थार अर्थ संस्करण बाजार में उतारे।’

कंपनी ने पिछले महीने 21,672 ट्रैक्टरों की भी बिक्री की जो पिछले साल के इसी महीने की 25,791 इकाई की तुलना में 16 प्रतिशत कम है।

घरेलू कच्चे तेल पर अप्रत्याशित लाभ कर बढ़ा, डीजल पर घटा

नई दिल्ली
सरकार ने  घरेलू स्तर पर उत्पादित कच्चे तेल पर अप्रत्याशित लाभ कर को 3,300 रुपये प्रति टन से बढ़ाकर 4,600 रुपये प्रति टन कर दिया है।

यह कर विशेष अतिरिक्त उत्पाद शुल्क (एसएईडी) के रूप में लगाया जाता है।

एक आधिकारिक अधिसूचना के मुताबिक, घरेलू कच्चे तेल पर अप्रत्याशित लाभ कर बढ़ाया गया है लेकिन डीजल के निर्यात पर लगने वाले कर को 1.50 रुपये प्रति लीटर से घटाकर शून्य कर दिया गया है।

इसके अलावा पेट्रोल और विमान ईंधन (एटीएफ) पर लगने वाले कर को पहले की तरह शून्य रखा गया है।

नई दरें एक मार्च से प्रभावी हो गई हैं।

देश में पहली बार एक जुलाई, 2022 को अप्रत्याशित लाभ पर कर लगाया गया था। इसके साथ ही भारत उन देशों में शामिल हो गया था जो ऊर्जा कंपनियों को होने वाले असाधारण मुनाफे पर कर लगाते हैं।

पिछले दो सप्ताह में तेल की औसत कीमतों के आधार पर हर पखवाड़े इन कर दरों की समीक्षा की जाती है।

 

 

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