इटावा सफारी में मादा भालू कुनी की मौत, नहीं थे किसी भी बीमारी के लक्षण…..अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार
इटावा
पिछले महीने चार शावकों की मौत से चर्चा में आए इटावा सफारी पार्क में शनिवार को भालू सफारी में मादा भालू कुनी की मौत से हड़कंप मच गया। सफारी पार्क के निदेशक दीक्षा भंडारी ने मादा भालू की मौत की पुष्टि करते हुए शनिवार को बताया कि कुनी की 11/12 अगस्त की रात में मौत हो गई है। उसके शव पोस्टमाटर्म के लिए पं दीन दयाल उपाध्याय पशु चिकित्सा विश्वविद्यालय एवं गौ अनुसंधान संस्थान, मथुरा भेजा गया है। पोस्टमाटर्म रिपोर्ट के बाद मौत का असल कारण स्पष्ट हो सकेगा। मादा भालू बिल्कुल स्वस्थ थी और उसमें किसी बीमारी के लक्षण भी नहीं थे।
मादा भालू की मौत के बाद अब सफारी में रह गए हैं 2 भालू
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, मादा भालू कुनी 31 जुलाई 2007 को उड़ीसा के जंगलों से लगभग 9 माह की आयु में रेस्क्यू कर नंदनकानन जूलॉजिकल पार्क, भुवनेश्वर, उड़ीसा लाई गई थी। जहां से 6 मार्च 2017 को नवाब वाजिद अली शाह प्राणि उद्यान, लखनऊ लाई गई तथा वहां से 3 अप्रैल 2017 को इटावा सफारी पार्क में लाई गई थी। तब से इस भालू की देखरेख इटावा सफारी पार्क प्रबन्धन द्वारा की जा रही थी। मौत के वास्तविक कारणों का पता शव विच्छेदन रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा। भालू सफारी में भालू की संख्या पहले से ही कम थी अब एक और भालू की मौत हो गई है। एक भालू शंकर की चार वर्ष पहले मौत हो चुकी है, इसके चलते अब सफारी में सिर्फ दो भालू रह गए हैं।