चंद्रयान-3 के बाद अब मिशन आदित्य से जुड़ेंगे यूपी के वैज्ञानिक अर्पित, करेंगे सूरज की किरणों का अध्ययन
प्रयागराज
चंद्रयान-3 की लांचिंग में अहम योगदान करने वाले इसरो के वैज्ञानिक अर्पित पांडेय अब सूर्य के मिशन आदित्य से जुड़ेंगे। प्रयागराज के जार्जटाउन निवासी रेलवे विकास निगम लिमिटेड में डिप्टी जनरल मैनेजर कृपाशंकर पांडेय के छोटे बेटे अर्पित पांडेय सूर्य से निकलने वाली किरणों का अध्ययन करेंगे। इसरो ने अर्पित को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी है। चंद्रयान-3 के बाद अब मिशन आदित्य से शहर के वैज्ञानिक अर्पित के जुड़ने की खबर से उनके घर और प्रयागराज में गर्व का माहौल है।
आदित्य सेटेलाइट श्रीहरिकोटा से छोड़ा जाएगा। सितंबर के पहले सप्ताह में आदित्य को छोड़ने की तैयारी हो गई है, लेकिन तारीख अगस्त के अंत या सितंबर के पहले सप्ताह में घोषित होगी। सेटेलाइट सूर्य के चारों ओर चक्कर काटेगा। यह सूर्य से निकलने वाली सौर किरणों का डाटा भेजेगा। इसरो में इस डाटा का अर्पित वैज्ञानिकों की टीम के साथ अध्ययन करेंगे। चंद्रयान की चंद्रमा पर सफल लैंडिंग के बाद वैज्ञानिक अर्पित ने आपके अपने अखबार हिन्दुस्तान को बेंगलुरु से फोन पर बताया कि मिशन आदित्य भी बड़ा मिशन है। इस मिशन में उनकी भूमिका बदली गई है। इससे पहले वह चंद्रयान-2 और चंद्रयान-3 को श्रीहरिकोटा के लांच पैड से ले जाने वाले पीएसएलवी के निर्माण से जुड़े रहे।
आदित्य को भी पीएसएलवी ही ले जाएगा, लेकिन इस बार इसके निर्माण की जिम्मेदारी अन्य टीम को सौंपी गई है। आदित्य और इसे ले जाने वाले पीएसएलवी का निर्माण पूरा हो गया है। मिशन आदित्य के जरिए अर्पित पांडेय उपग्रह से मिलने वाली सौर किरणों का अध्ययन करेंगे। इसरो सूर्य का अध्ययन करने वाले उपग्रह आदित्य को सितंबर में छोड़ेगा। इसी के बाद से इसमें अध्ययन शुरू होगा।