रायपुर
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के अनुसार 2022 में आकस्मिक मौतों की सबसे अधिक दर छत्तीसगढ़ में दर्ज की गई।
एनसीआरबी द्वारा जारी हालिया रिपोर्ट के अनुसार 28 राज्यों में से आकस्मिक मौतों की सबसे अधिक दर छत्तीसगढ़ (56.4) में दर्ज की गई। इसके बाद हरियाणा (53.5) और महाराष्ट्र (53.0) में दर्ज की गई। आकस्मिक मृत्यु की राष्ट्रीय दर एक लाख आबादी पर 31.2 है।
रिपोर्ट के अनुसार दो केंद्र शासित प्रदेशों लद्दाख और पुडुचेरी में आकस्मिक मौतों की दर क्रमशः 78.7 और 65.7 थी, जो छत्तीसगढ़ से अधिक है। देश में आठ केंद्र शासित प्रदेश हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि 36 में से 19 राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों में ‘आकस्मिक मौतों’ की दर राष्ट्रीय औसत से अधिक दर्ज की गई। रिपोर्ट में आकस्मिक मौतों को दो श्रेणियों में बांटा गया है जिनमें प्राकृतिक कारणों जैसे बिजली गिरने, गर्मी/धूप, बाढ़, भूस्खलन आदि से होने वाली मौतें शामिल हैं। वहीं अन्य कारणों से होने वाली मौतों में यातायात दुर्घटनाएं, जानवरों द्वारा मौत, नकली शराब का सेवन और फैक्टरी में होने वाली दुर्घटनाओं को शामिल किया गया है।
रिपोर्ट के अनुसार छत्तीसगढ़ में 2022 में 16,893 आकस्मिक मौतें दर्ज की गईं, जिनमें 248 ‘प्राकृतिक कारणों से और 16,645 ‘अन्य कारणों’ से हुईं।
2021 में राज्य में 19,265 आकस्मिक मौतें दर्ज की गई थीं, जिनमें 244 प्राकृतिक कारणों से और 19,012 मौतें अन्य कारणों से हुई है। 2022 में इसमें 12.3 प्रतिशत की गिरावट आई।
इसमें कहा गया है कि 2022 में देश में अन्य कारणों से हुई कुल 4,15,306 आकस्मिक मौतों में से 617 मौतें अवैध/जहरीली शराब के सेवन के 507 घटनाओं के कारण हुईं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि जिन राज्यों में ऐसी मौतें हुई हैं उनमें बिहार (134 मौतें), कर्नाटक (98 मौतें), पंजाब (90 मौतें), छत्तीसगढ़ (60 मौतें), झारखंड (55 मौतें) और उत्तर प्रदेश (50 मौतें) शामिल हैं।
रिपोर्ट के अनुसार 2022 में 28 राज्यों में से सिक्किम (43.1) और केरल (28.5) के बाद छत्तीसगढ़ में आत्महत्या की दर 28.2 थी।
रिपोर्ट में कहा गया है कि वर्ष 2022 के दौरान आत्महत्या की राष्ट्रीय दर (प्रति एक लाख जनसंख्या पर आत्महत्या की संख्या) 12.4 थी।
केंद्र शासित प्रदेशों में अंडमान और निकोबार द्वीप समूह (42.8) तथा पुडुचेरी (29.7) में आत्महत्या की दर छत्तीसगढ़ से अधिक दर्ज की गई।
रिपोर्ट के अनुसार छत्तीसगढ़ में 2022 में 8,446 आत्महत्या के मामले सामने आए जो 2021 में दर्ज संख्या 7,828 से 7.9 प्रतिशत अधिक है।