भोपालमध्य प्रदेश

मध्य प्रदेश में निवेशकों के लिए हैं सर्वाधिक अनुकूल वातावरण: अपर मुख्य सचिव शुक्ला

म.प्र. बन गया है उत्कृष्ट पर्यटन गंतव्य

भोपाल 
मध्यप्रदेश ट्रैवल मार्ट के दूसरे दिन पर्यटन की संभावनाओं पर केंद्रित पहले पैनल डिस्कशन में “मध्यप्रदेश: हिडन जेम से ग्लोबल आइकन तक” विषय पर विशेषज्ञों ने माना कि म.प्र. उत्कृष्ट पर्यटन की दिशा में आगे बढ़ा है। इस सत्र में राज्य की धरोहर, वन्य जीवन, इको-टूरिज्म और उत्सवों पर विचार साझा किए। अपर मुख्य सचिव, पर्यटन व संस्कृति एवं प्रबंध संचालक, मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड श्री शिवशेखर शुक्ला ने कहा कि मध्यप्रदेश का लक्ष्य एक ऐसे सशक्त और गतिशील इकोसिस्टम को विकसित करना है जो पर्यटन और व्यापार को एकीकृत करे और ‘फ्रॉम हिडन जेम टू ग्लोबल आइकॉन’ की थीम को साकार रूप दे। राज्य अब एक उत्कृष्ट पर्यटन गंतव्य के रूप में विकसित हो चुका है, जो विरासत, वन्यजीव, संस्कृति और आतिथ्य के अद्वितीय अनुभव प्रदान करता है। नई नीतिगत रूपरेखा के माध्यम से हम हॉस्पिटैलिटी सेक्टर की नींव को और मजबूत कर रहे हैं तथा विभिन्न विभागों और निजी क्षेत्र के बीच बेहतर समन्वय सुनिश्चित कर रहे हैं। मध्यप्रदेश में प्रक्रियाओं को सरल बनाने, निवेश के लिए अनुकूल वातावरण तैयार करने पर ध्यान दिया जा रहा है, इससे निवेशकों और प्रदेश दोनों को समान रूप से लाभ मिल सकेगा।

श्री शुक्ला ने बताया कि दो दिनों में एमपीटीएम में लगभग 4 हजार बी-2-बी बैठकें निर्धारित की गई हैं, जो राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय हितधारकों के मध्यप्रदेश की पर्यटन संभावनाओं में बढ़ते विश्वास को दर्शाती हैं। यह व्यापक सहभागिता राज्य की बढ़ती प्रतिष्ठा का प्रमाण है। मध्य प्रदेश निवेश, सहयोग और अनुभवात्मक पर्यटन के लिए तेजी से पसंदीदा स्थल बन रहा है। इस सफलता से प्रेरित होकर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने एमपीटीएम को एक वार्षिक मंच के रूप में विकसित करने का संकल्प लिया है, जहाँ पर्यटन क्षेत्र में निरंतर संवाद, साझेदारी और नवाचार को बढ़ावा दिया जा सके।”

एयर इंडिया लिमिटेड के हेड ऑफ सेल्स श्री मनीष पुरी ने कहा कि एयर इंडिया सक्रिय रूप से अंतिम मील कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने और टियर-3 शहरों को जोड़ने के लिए काम कर रही है, जिससे पूरे भारत में निर्बाध यात्रा अनुभव उपलब्ध हो सकें। मध्यप्रदेश के पास जितनी विविध संभावनाएँ हैं, बेहतर कनेक्टिविटी उसके पर्यटन की क्षमता को पूर्ण रूप से उजागर करने और देश-विदेश के पर्यटकों को आकर्षित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

कमर्शियल, इंडियन होटल्स कंपनी लिमिटेड (IHCL) के कार्यकारी उपाध्यक्ष श्री परवीन चंदर कुमार ने कहा कि मध्यप्रदेश के साथ हमारी यात्रा को तीन शब्दों में परिभाषित किया जा सकता है — दृष्टि, संबंध और क्रियान्वयन। आईएचसीएल ने भारत का पहला लग्ज़री सफारी अनुभव यहीं मध्यप्रदेश में स्थापित किया, जो राज्य की पर्यटन क्षमता और आकर्षण का सशक्त उदाहरण है। आज हमारे पास राज्य में नौ संचालित होटल हैं और आठ अन्य निर्माणाधीन हैं। भारत के हृदय में स्थित होने के कारण मध्यप्रदेश उत्कृष्ट कनेक्टिविटी और वन्यजीव, विरासत, आध्यात्मिकता और संस्कृति जैसे अद्भुत अनुभवों की विविधता प्रदान करता है।

सेरेनडिपिटी लेक्स एंड रिज़ॉर्ट्स प्रा. लि. के मुख्य प्रबंध निदेशक डॉ. सुश्रुत सुधीर बाबुलकर ने कहा कि मध्यप्रदेश ऐसे मॉडल का अनुसरण करता है, जहाँ समुदाय विकास उसके प्रयासों का केंद्र है। यही साझा दृष्टिकोण सेरेनडिपिटी और मध्यप्रदेश के बीच एक स्वाभाविक और संभावनाशील सहयोग को जन्म देता है। सभी के सहयोग से स्थानीय क्षमताओं को सुदृढ़ करना, आजीविका बढ़ाना और राज्य के समावेशी विकास में योगदान देना ही हमारा उद्ददेश्य है।

इंडियन एसोसिएशन ऑफ टूर ऑपरेटर्स (IATO) के अध्यक्ष श्री रवि गोसाईं ने कहा कि मध्यप्रदेश ने पिछले कई दशकों में पर्यटन के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है। राज्य ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सक्रिय भागीदारी से अपनी मजबूत पहचान बनाई है। मध्यप्रदेश ट्रैवल मार्ट एक सराहनीय पहल है। विदेशी टूर ऑपरेटर्स को आमंत्रित करना वैश्विक साझेदारियों को और सशक्त करेगा तथा राज्य की पहचान को एक विश्वस्तरीय पर्यटन के रूप में और मजबूत बनाएगा।”

एमपी इकोटूरिज्म डेवलपमेंट बोर्ड एवं अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव) मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री एल. कृष्णमूर्ति ने कहा कि मध्यप्रदेश को भारत का ‘वाइल्डलाइफ स्टेट’ कहा जाता है, जहाँ संरक्षण, सुरक्षा और समुदाय की भागीदारी पर विशेष ध्यान दिया जाता है। टाइगर रिज़र्व्स और सफारी से प्राप्त राजस्व को पुनः वन्यजीव संरक्षण और स्थानीय समुदायों के विकास में लगाया जाता है। राज्य ने सफारी के साथ ट्रेकिंग, कयाकिंग और कैंपिंग जैसी गतिविधियाँ भी शुरू की हैं, जिससे पर्यटकों को विविध अनुभव मिल रहे हैं।

द पोस्टकार्ड होटल के सह-संस्थापक एवं वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री अनिरुद्ध कांडपाल ने कहा कि मध्यप्रदेश का वन्यजीवन वास्तव में अद्वितीय है। एक लग्ज़री हॉस्पिटैलिटी ब्रांड के रूप में द पोस्टकार्ड होटल राज्य में अल्ट्रा-लक्ज़री वाइल्डलाइफ लॉज स्थापित करने की योजना बना रहा है, जिसकी शुरुआत कान्हा और पेंच से होगी।

यात्रा डॉट कॉम के हेड – होटल्स श्री राकेश कुमार राणा ने कहा कि मध्यप्रदेश के सभी पर्यटन आकर्षणों चाहे वह वन्यजीव, संस्कृति, विरासत या आध्यात्मिक अनुभव हों, इसके लिए डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म सबसे बेहतर विकल्प है। इससे यात्रियों के लिए राज्य की विविध पर्यटन संभावनाओं को एक स्थान से आसानी से खोज पाना संभव होगा।”
 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button