मध्य प्रदेशसतना
कलेक्टर आवास पर छात्रों का धरना: साहब! महिला कर्मचारी छीन लेती हैं रोटियां
अधीक्षक के खिलाफ 18 छात्र रात में कलेक्टर से मिलने पहुंचे एक माह के अंदर दूसरी बार हुआ धरना

सतना।
मैहर बाईपास मार्ग पर स्थित अनुसूचित जाति जनजाति पोस्ट मैट्रिक छात्रावास में रहकर उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे डेढ़ दर्जन छात्र शनिवार की देर रात कलेक्टर बंगला फिर पहुंच गए छात्रावास अधीक्षक रामानंद कुशवाहा की शिकायत लेकर कलेक्टर डॉ. सतीश कुमार एस के सरकारी आवास पहुंचे छात्रों ने आरोप लगाया कि उनके छात्रावास में काम के लिए लड़कियों को भी रखा गया है, जो लड़ती हैं और केस में फंसाने की धमकी देकर रोटियां तक छीन ले जाती हैं।
रात में जब जिला अधिकारी नहीं मिले तो बंगले के बाहर ही छात्र धरने पर बैठ गए। छात्रों के कलेक्टर बंगले पहुंचने की सूचना मिलते ही एसडीएम राहुल सिलाडिया सहित सिविल लाइन पुलिस के अधिकारियों ने मौके पर जाकर समझाइश देने का प्रयास किया, लेकिन छात्र कलेक्टर से मिलने की मांग पर अड़े रहे।
क्या हैं शिकायत
छात्रों का आरोप है कि छात्रावास अधीक्षक अपनी मनमानी चला रहे हैं। निर्धारित समय पर उनके द्वारा खाना नहीं दिया जाता और जो मिलता है वह खाने लायक नहीं होता। इस बात की शिकायत करने पर अधीक्षक गाली-गलौज और मारपीट करने पर उतारू हो जाते हैं। वहीं शासन की तरफ से छात्रों के लिए उपलब्ध कराए जाने वाले टेबल, कुर्सी समेत अन्य चीजें अधीक्षक रामानंद ने ताले में बंद कर रखी है। यही नहीं उनकी सह पर हॉस्टल में कार्यरत महिला कर्मचारी भी मनमानी करती हैं और विरोध करने पर झूठे मामलों में फंसाने की धमकी देती हैं। छात्रों ने कहा कि जब तक कलेक्टर उनकी बात सुनकर उचित समाधान नहीं करेंगे, तब तक उनमें से कोई भी छात्र हॉस्टल नहीं लौटेगा।

दूसरी बार हुआ प्रदर्शन
छात्रवासी छात्रों के द्वारा कलेक्टर बंगले के सामने धरना देने की यह दूसरी घटना है।पोस्ट मैट्रिक छात्रावास से पहले नई बस्ती स्थित छात्रावास के छात्र भी भोजन नहीं मिलने की शिकायत को लेकर धरना दे चुके हैं। इस मामले में जांच के पश्चात नई बस्ती के छात्रावास अधीक्षक को डीओ ट्रायबल कार्यालय से अटैच कर दिया गया है। अब देखना होगा कि मैहर बायपास स्थित छात्रावास में व्याप्त अनियमिताओं के मामले में क्या कार्रवाई की जाती है।बताया जाता है कि एसडीएम राहुल सिलाडिया ने मामले की जांच का भरोसा दिया है।