
सतना
जसो थाना क्षेत्र के रीछुल गांव में शनिवार की दोपहर दर्दनाक हादसा हो गया। यहां अवैध खदान के गड्ढे में डूबने से तीन सगी बहनों की दर्दनाक मौत हो गई। घटना की सूचना मिलते ही थाना प्रभारी रोहित यादव सहित पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची। तीनों बच्चियों का शव बरामद करने के बाद मर्ग कायम कर लिया गया है। वहीं लोगों की मांग है कि इस मामले में पंचायत और संबंधित ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
जानकारी के अनुसार रीछुल गांव निवासी राजकुमार चौरसिया की दो जुड़वां बेटियों सहित बड़ी बेटी आम तोड़ने के लिए तालाब की ओर गई थी। तालाब के पास ही अवैध खनन के कारण गड्ढ़ा हो चुका है, जिसमें काफी जलभराव है। कहा जाता है कि आम तोड़ने के दौरान एक बच्ची गड्ढे में गिरी जिसे बचाने के लिए दो और बहने उसमें उतरीं, लेकिन तीनों डूब गईं और मृत्यु हो गई। मृतकों की पहचान गौरी , तान्या दोनों की उम्र पांच वर्ष तथा जाह्नवी की उम्र लगभग 8 साल है। घटना के बाद से गांव में हड़कंप मचा हुआ है।
गांव में पसरा मातम
एक तरफ पूरे गांव में हुनमान प्रकटोत्सव को लेकर लोगों में हर्ष का माहौल था। वहीं दोपहर के समय यहां पर दर्दनाक हादसा हो गया। शाम करीब चार बजे बच्चियों के शव अवैध खदान से बाहर निकाले गए। जिससे के बाद पूरे गांव में मातम पसर गया। घटनास्थल पर लोगों की भीड़ जमा हो गई।
अवैध रूप से खोदी गई मिट्टी
बताया जाता है कि रीछुल पंचायत की सरपंच संध्या राजेश उपाध्याय हैं। आरोप यह हैं कि इनके द्वारा मिली भगत कर जसो -सलेहा बाईपास के ठेकेदार मान सिंह के साथ मिल कर अवैध रूप से मिट्टी का खनन कर विक्रय किया गया। इस पूरी घटना में मौके पर जानलेवा गड्ढ़े हो गए। गड्ढ़े कुछ इस प्रकार से हुए कि उसमें चढ़ने और उतरने का कोई रास्ता नहीं था। यदि कोई भी व्यक्ति इस गड्ढ़े में गिर जाए तो उससे बाहर निकलना मुश्किल हो जाता है।
मर्ग कायम कर की जा रही जांच
तीन बहनों की पानी में डूबने से मौत के मामले में जसो थाना प्रभारी रोहित यादव ने फोन पर हुई चर्चा में कहा कि इस मामले में मर्ग कायम किया गया। इसके बाद परिजनों से पूछताछ कर आगे की कार्रवाई की जाएगी। वहीं सरपंच संध्या राजेश उपाध्याय ने कहा कि मैने खनन की कोई अनुमति नहीं दी। ठेकेदार ने प्रशासन ने अनुमति प्राप्त कर खनन किया था।