इंदौरमध्य प्रदेश

ओंकारेश्वर लोक महाकाल की तर्ज पर बनेगा, सीएम मोहन यादव ने किया ऐलान

खंडवा

 उज्जैन के महाकाल की तर्ज पर ओंकारेश्वर लोक बनाया जाएगा। निर्माणाधीन एकात्मधाम के काम में तेजी लाई जाएगी। नर्मदा परिक्रमावासियों से जुड़े क्षेत्रों का विकास होगा। घाटों का सौंदर्यीकरण करेंगे। ओंकारेश्वर पहुंचे सीएम डॉ. मोहन यादव ने रविवार को घोषणा धर्मसभा में की।

सीएम ने पत्नी के साथ ब्रह्मपुरी घाट पर की पूजा-अर्चना
इससे पहले सीएम ने पत्नी के साथ ब्रह्मपुरी घाट पर आयोजित अमृतस्य मां नर्मदा पद परिक्रमा कार्यक्रम में सहभागिता कर पूजा-अर्चना की। एकात्मधाम में आदि शंकराचार्य की प्रतिमा को नमन किया। विकास से जुड़े कामों को देख रही एजेंसियों और अधिकारियों से काम में प्रगति की जानकारी ली। संत समाज और ट्रस्ट पदाधिकारियों से चर्चा की। संत विवेक ने कहा, प्राचीन धर्मस्थलों की रक्षा करना सबका दायित्व है। परिक्रमा स्थल व्यवस्थित रहे ताकि परिक्रमावासियों को कोई तकलीफ ना हो।.

झाबुआ में पूर्व सांसद गुमान सिंह डामोर ने झाबुआ की अनास नदी को नर्मदा से जोड़ने की मांग रखी तो मुयमंत्री ने सर्वे करवाने के बाद नदी जोड़ो अभियान में इसे शामिल करवाने का भरोसा दिलाया।

ओंकार लोक का होगा निर्माण
सीएम ने मंच से एक बड़ी घोषणा भी कर दी। उन्होंने कहा कि ओंकारेश्वर में महाकाल लोक से भी बेहतर ओंकार लोक विकसित किया जायेगा। सरकार आदिवासी अंचलों के विकास के लिए 7300 करोड़ रुपए का काम कर रही है। उन्होंने भगोरिया उत्सव को राजकीय उत्सव की मान्यता देने की बात कहते हुए कहा कि आदिवासी समाज को सरकार का हिस्सेदार बनने का संकल्प लिया गया है।

दूध पर मिलेगा अनुदान
सीएम ने कहा कि सोयाबीन, गेहूं, धान की तरह दूध उत्पादन पर भी ₹5 प्रति लीटर अनुदान दिया जाएगा। उन्होंने गेहूं की ₹2600 प्रति क्विंटल खरीदी का जिक्र करते हुए कहा कि किसान समृद्ध होंगे तो जिंदगी बदलेगी। उन्होंने प्रतिमाह लाड़ली बहना योजना का जिक्र करते हुए इसे बहनों के प्रति स्नेह बताया और कहा कि बहन बेटी के हाथ पैसा आता है तो तकलीफ क्या है। उन्होंने पानसेमल के भारतीय जनता पार्टी के विधायक श्याम बर्डे के आग्रह पर वहां अस्पताल खोलने की भी घोषणा की।

अप्रैल से शराब की बिक्री पर प्रतिबंध

मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की कि 1 अप्रैल 2025 से ओंकारेश्वर सहित प्रदेश के कई धार्मिक स्थलों पर शराब की बिक्री पर प्रतिबंध लागू किया जाएगा। यह निर्णय तीर्थ स्थलों की पवित्रता और श्रद्धालुओं के लिए एक सकारात्मक कदम के रूप में देखा जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह फैसला धार्मिक स्थलों के माहौल को सुरक्षित और पवित्र बनाने के लिए लिया गया है और यह अन्य स्थानों पर भी लागू होगा।

गौपालन और धर्म का संदेश

मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि प्रदेश में दूध उत्पादन बढ़ाने के लिए गोपालन को बढ़ावा दिया जाएगा। उन्होंने गौ माता की रक्षा की आवश्यकता पर जोर दिया और कहा कि साधु संतों द्वारा दिया गया आध्यात्मिक संदेश सभी के जीवन में कल्याणकारी होगा। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि हम सब "कर्म में ही धर्म" पर विश्वास करते हैं और सरकार इस मार्ग पर जनता की सेवा कर रही है।

संत विवेक का धर्म सभा में संदेश

धर्म सभा में संत विवेक जी ने कहा कि प्राचीन धार्मिक स्थलों की रक्षा करना हम सभी का दायित्व है। उन्होंने मुख्यमंत्री की सराहना की, जो नर्मदा परिक्रमा स्थल और ओंकारेश्वर जैसे धार्मिक स्थलों की देखभाल के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। संत विवेक जी ने विश्वास व्यक्त किया कि इन प्रयासों से नर्मदा का जल हमेशा शुद्ध रहेगा और तीर्थयात्रियों को सुविधाएं प्रदान की जाएंगी।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button