टमाटर के बाद रुलाएगा प्याज? सप्लाई में कमी की वजह से बढ़ी चिंता; क्या कहते हैं जानकार
नई दिल्ली
टमाटर के बाद अब प्याज भी आपके घर का बजट बिगाड़ सकता है। देश की कई बड़ी मंडियों में प्याज की सप्लाई में कमी की वजह से जानकारों का कहना है कि कुछ दिन में प्याज की कीमतें भी आम आदमी को रुला सकती हैं। बता दें कि टमाटर की कीमतें पहले से ही आसमान छू रही हैं। राजधानी दिल्ली में इन दिनों टमाटर 200 रुपये प्रति किलो बिक रहा है। राहत वाली बात यह है कि टमाटर की स्टॉक कम होता है। वहीं सरकार के पास प्याज का लगभग ढाई लाख टन रिजर्व है जो कि समय आने पर खोला जा सकता है।
दरअसल टमाटर और प्याज दोनों ही ऐसी सब्जियां हैं जो कि ज्यादार डिशेज बनाने में इस्तेमाल की जाती हैं। किसानों का कहना है कि स्टोर किए गए प्याज को भारी नुकसान हुआ है। एशिया की सबसे बड़ी प्याज मंडी महाराष्टर् की लसालगांव मंडी के सेक्रटरी ने बताया कि जो प्याज का भंडार किया गया था वह आधा खराब हो चुका है। ऐसे में टमाटर की सप्लाई में कमी आ रही है।
एक सरकारी अधिकारी ने कहा, सरकार प्याज की डिमांड और सप्लाई पर नजर रख रही है। प्याज ही नहीं पूरे देश में 22 जरूरी सामान पर सरकार की नजर है। चिंता की कोई बात नहीं है। सरकार के पास अच्छा भंडार है। समय आने पर सप्लाई बढ़ा दी जाएगी। प्याज के व्यापार से जुड़े लोगों का कहना हैकि इस बार सर्दियों की फसल में सालाना मांग की 70 फीसदी पैदावार हुई थी। पहले क्राइसिस इयर में सरकार को प्याज आयात करना पड़ता था। हालांकि बीते दो सालों से ऐसा नहीं करना पड़ रहा है।
बता दें कि बीते चार महीने से प्याज की कीमतें स्थिर हैं। हालांकि अगस्त और सितंबर क्राइसिस वाला होता है। अक्टूबर में अब प्याज की अगली फसल आ जाएगी। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक इस समय आम तौर पर प्याज ती कीमतें 25 रुपये प्रति किलो है। हालांकि बाजार की बात करें तो अच्छा प्याज 30 रुपये प्रति किलो में बिक रहा है। एक जानकार ने कहा कि इस बार फरवरी में तापमान बढ़ने की वजह से प्याज जल्दी तैयार हो गया था। हालांकि इसे रखने का समय कम हो गया। इस वजह से प्याज की कमी हो सकती है।
प्याज की क्वालिटी की वजह से इसे फरवरी और मार्च में ही बेचने की होड़ लग गई। वैसे भी अगस्त के आखिरी में रबी का स्टॉक कम हो जाता है। ऐे में बाजार में महंगाई बढ़ दाती है। हालांकि खाने-पीने की अन्य चीजों की बढ़ती कीमतों के बीच अगर प्याज भी झटका देता है तो आम आदमी को दिक्कत का सामना करना पड़ेगा।