राफेल-M जेट TEDBF एयरक्राफ्ट कैरियर से उड़ान भरेगा, ज्यादा मिसाइलें भी ले जा सकेगा
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बेंगलुरु
भारतीय नौसेना के एयरक्राफ्ट कैरियर से ऑपरेट करने के लिए फ्रांस से राफेल-M जेट लिए जाने हैं। साथ ही देश में भी ट्विन इंजन फाइटर जेट पर काम हो रहा है। DRDO डबल इंजन डेक बेस्ड फाइटर (TEDBF) पर काम कर रहा है। इसके प्रोजेक्ट डायरेक्टर अमिताभ सराफ का कहना है कि TEDBF फ्रांस के राफेल-M से ज्यादा क्षमता वाला होगा।
प्राथमिक डिजाइन रिव्यू फेज में
अमिताभ सराफ ने बताया कि जब एयरक्राफ्ट बनाए जाते हैं तो उससे पहले पूरी डिटेल ली जाती है कि उसमें क्या-क्या चाहिए। 2022 में पहली बार इस पर बात हुई, तब नौसेना की जरूरत भी जानी गई और TEDBF का प्लान तैयार किया गया। यह फाइटर 26 टन का होगा और एयरक्राफ्ट कैरियर से आसानी से उड़ान भर सकेगा और लैंड कर सकेगा। इसका प्राथमिक डिजाइन रिव्यू फेज में है, जिसमें सारे सिस्टम को बनाकर इंटीग्रेट करते हैं। अभी एयरफ्रेम डिजाइन पर काम कर रहे हैं। जून तक इसका प्राथमिक डिजाइन पूरा होने की उम्मीद है। फिर क्रिटिकल डिजाइन पर काम हगा। 2028 तक इसे तैयार करने की योजना है और यह इस पर भी निर्भर होगा कि इसे कब कैबिनेट कमिटी ऑन सिक्योरिटी का अप्रूवल मिलेगा।
ब्रह्मोस समेत कई मिसाइलें लग सकेंगी
अमिताभ सराफ ने बताया कि इसकी टिप पर मिसाइल, शॉर्ट रेंज मिसाइल, बियॉन्ड विजुवल रेंज मिसाइल लग सकती है। साथ ही लेजर गाइडेड बॉम्ब के साथ ही यह ब्रह्मोस भी कैरी कर सकेगा। इसमें अडवांस सेंसर लगे होंगे और रेडार की खूबी ये होगी कि ये टिल्ट हो सकेंगे जिससे इसकी रेंज बढ़ेगी। यह कई तरह के बॉम्ब कैरी कर सकेगा। उन्होंने कहा कि एयरक्राफ्ट कैरियर में स्टोरेज की जगह बहुत कम होती है इसलिए इसके विंग फोल्ड हो सकेंगे। एक TEDBF से दूसरे TEDBF को मिड एयर ही रीफ्यूल भी किया जा सकेगा। राफेल-M से यह कितना अलग होगा, इस पर अमिताभ सराफ ने कहा कि इसकी वजन ढोने की क्षमता ज्यादा होगी। यह ज्यादा हथियार ले जा सकेगा और इसमें ज्यादा फ्यूल आ सकेगा। ज्यादा फ्यूल आने से यह लॉन्ग रेंज मिशन को भी अंजाम दे सकेगा।