मचखड़ा हत्याकांड का खुलासा: जान गवां कर चुकानी पड़ी ब्लैकमेलिंग की कीमत
गुप्ती मारकर आरोपियों ने की थी हत्या, चार नाबालिग सहित आठ आरोपियों को गिरफ्तार कर भेजा गया जेल

सतना।
दो युवक और युवतियों के अंतरंग संबंधों का वीडियो रिकार्ड कर उनसे दस हजार रुपए की मांग करने और पैसे न देने पर उन्हें वायरल करने की धमकी देने के विवाद में किसान अरुण त्रिपाठी की हत्या हुई थी। इस संबंध का पुलिस ने खुलासा करते हुए चार नाबालिग सहित कुल आठ लोगों को गिरफ्तार किया है। इन आरोपियों ने बीते 3 अक्टूबर को धारकुंडी-जैतवारा मार्ग के नेवारी पहाड़ी के पास गुप्ती से हमला कर हत्या की थी।
सभापुर थाना प्रभारी रावेन्द्र द्विवेदी ने बताया कि तीन अक्टूबर को अरुण त्रिपाठी पिता काशीराम त्रिपाठी निवासी मचखडा का अज्ञात व्यक्तियो द्वारा हत्या कर दी गई थी। जिसका शव रोड के किनारे पडा मिला था। पोस्टमार्टम के दौरान गोली लगने की तस्दीक नहीं हुई। डॉक्टरों ने बताया कि अरुण त्रिपाठी की मृत्यु घोपदार हथियार से चोट पहुंचाकर फेफडा बस्ट कर दिया गया जिससे मौत हुई है। हत्या की घटना स्पष्ट होने के बाद पुलिस कप्तान आशुतोष गुप्ता के निर्देश पर एएसपी देहात विक्रम सिंह कुशवाह एवं एसडीओपी चित्रकूट रोहित राठोर के मार्गदशन में गठित टीम थाना प्रभारी बरौंधा, जैतवारा, कोटर, धारकुंडी, रामपुर बघेलान व सावयर सेल की की मदद से सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए। भागने के संभावित रास्तों पर सीसीटीवी कैमरा का अवलोकन किया गया जिससे सबसे पहले ग्राम बड़ापगार से सभापुर मार्ग पर घटना के समय के आसपास मोटरसाइकिलों पर युवक बैठकर घटनास्थल से तेज रफ्तार से सभापुर तरफ आते दिखाई दिए। फिर सभापुर कस्बा में अस्पताल तिराहा के सीसीटीवी कैमरा आरोपी दिखाई दिए । सीसीटीवी कैमरा का अवलोकन करते हुए आरोपियों के भागने का रास्ता पहचान में आया । फुटेज में कुछ आरोपीगण के चेहरे भी स्पष्ट हुए जिन्हें मुखबिरो को दिखाया गया और आरोपियों की पहचान जिला रीवा से संबंधित बताई गई। और उसके बाद आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
चार नाबालिग और चार बालिग आरोपी गिरफ्तार
पुलिस ने आरोपियो की धरपकड़ के लिए सुरसा खुर्द, हिनौता, खैरी और रीवा के लिए रवाना हुईं। इस दौरान चार नाबालिग और चार बालिग युवकों को गिरफ्तार कर लिया गया। रामखेलावन उर्फ रितिक साकेत पिता रन्नू लाल साकेत 24 वर्ष निवासी सुरसाखुर्द थाना कर्चुलियान जिला रीवा, अमित साकेत पितारामलाल साकेत 24 वर्ष निवासी रायपुर खैरा नई बस्ती थाना चोरहटा जिला रीवा , साजन उर्फ संजू साकेत पिता कामता प्रसाद साकेत 18 वर्ष निवासी सुरसाखुर्द और कृष्णा लखेरा पिता संतोष लखेरा 18 वर्ष निवासी खैरी नईबस्ती थाना चोरहटा एवं 04 किशोर लडके को अभिरक्षा मे लेकर घटना के संबंध मे पुछताछ की गयी। जिसके बाद अंधे कत्ल का सच सामने आया।
क्या थी हत्या की मुख्य वजह
घटना का आरोपियों ने वृतांत बताया कि 02 अक्टूबर को को रितिक एवं संजू अपने महिला मित्रों के साथ घूमने के उदेश्य से मचखडा पहाड तरफ आये थे। यहां पर मृतक अरुण त्रिपाठी द्वारा मोबाइल से उनका फोटो वीडियो बना लिया गया था। इसके बाद आरोपी द्वारा दस हजार रुपये की मांग की गई । पैसे नहीं देने पर वह फोटो वीडियो वायरल करने के लिए बोला था। इससे घबराकर आरोपी द्वारा मृतक अरुण से बताया गया कि अभी मात्र 2000 रुपए हैं। इन पैसों को अरुण त्रिपाठी ने लिया। किंतु दस हजार की मांग पर अडा रहा एवं शेष आठ हजार देने की बात कही और पैसे नहीं देने पर वीडियो फोटो वायरल करने की धमकी दी। तब आरोपीगण वापस रीवा जाकर अन्य साथियो के साथ मिलकर मृतक अरुण त्रिपाठी की हत्या की साजिश रची। योजनाबद्ध होकर 3 अक्टूबर को दोपहर में मचखडा पहुंचे। तीन ग्रुप बनाकर स्थान चिन्हित किया। मृतक के खेत के पास मेन रोड पर खडे होकर अरुण त्रिपाठी का इंतजार करने लगे जब मृतक अरुण त्रिपाठी आया तो आरोपीगण द्वारा उसे रोककर फोटो वीडियो की मांग की गई। जिससे आरोपी तथा मृतक अरुण त्रिपाठी के बीच वाद विवाद होने लगा । सभी आरोपीगण मिलकर गाली गलौज कर लात घूंसे एवं लाठी डंडे से मृतक के साथ मारपीट करने लगे। मृतक अरुण त्रिपाठी लपटकर अपने पास रखी गुप्ती निकालने लगा जिसे रितिक ने पकड लिया एवं उसी गुप्ती से अरुण के चेहरे एवं सीने पर वार किया जिससे अरुण त्रिपाठी मौके पर लडख़ड़ाकर आगे जाकर गिर पडा । आरोपीगण अरुण त्रिपाठी का मोबाइल तथा हत्या में प्रयुक्त गुप्ती लेकर अपने मोटरसायकल से रीवा भाग गये। फिलहाल पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से टूटा मोबाइल, घटना में प्रयोग की गई गुप्ती और बाइकों को जब्त कर लिया है।
टीम होगी पुरूस्कृत
पुलिस अधीक्षक आशुतोष गुप्ता ने अंधी हत्या का खुलासा करने वाले टीम को पुरूस्कृत करने की घोषणा की है। उन्होंने सभी को दस हजार रुपए बतौर ईनाम देने के लिए कहा है। टीम में वैज्ञानिक अधिकारी डॉक्टर महेंद्र सिंह, थाना प्रभारी सभापुर रावेन्द्र द्विवेदी, निरक्षक उमेश प्रताप सिंह, निरीक्षक अभिनव सिंह, निरीक्षक विजय सिंह, उप निरीक्षक विजय त्रिपाठी, उप निरीक्षक अजीत सिंह, उप निरीक्षक अशोक गर्ग, उ प निरीक्षक दिलीप मिश्रा, उप निरीक्षक अभिषेक पाण्डेय उप निरीक्षक विजय सिंह सहित अन्य लोग शामिल थे।