राजनीतिक

शिवराज मंत्रिमंडल में 3 नए मंत्री शामिल, विधायक राजेंद्र शुक्ला, गौरीशंकर बिसेन और राहुल लोधी ने ली शपथ

भोपाल

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj singh chauhan) ने तमाम अटकलों पर विराम लगाते हुए आखिरकार कैबिनेट का विस्तार कर दिया. मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव से दो महीने पहले 3 नए मंत्रियों को शपथ दिलाई गई. राज भवन में हुए कार्यक्रम में राज्यपाल मंगू भाई पटेल (Mangubhai patel) ने नए मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई.

बालाघाट से विधायक गौरीशंकर बिसेन, रीवा से विधायक राजेंद्र शुक्ला और खरगापुर से विधायक राहुल लोधी ने राजभवन में सीएम शिवराज सिंह चौहान और राज्यपाल मंगूभाई पटेल की उपस्थिति में मध्य प्रदेश कैबिनेट में मंत्री के रूप में शपथ ली. बता दें कि कई दिन से शपथ को लेकर अटकलों का दौर जारी था. मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में विधानसभा चुनावों (Assembly Elections) से पहले मंत्रिममंडल का विस्तार किया गया है.

पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के भतीजे खरगापुर विधायक राहुल सिंह लोधी को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है. राहुल लोधी पहली बार विधायक बने हैं. उन्हें राज्यमंत्री बनाया गया है. लोधी खरगापुर सीट से विधायक हैं. राहुल को शामिल करके बीजेपी ने बुंदेलखंड और उमा भारती को साधने की कोशिश की है. राहुल लोधी उमा भारती के भतीजे होने के नाते क्षेत्र में अच्छी पकड़ रखते हैं. इससे पहले साल 2013 में भी उन्हें पार्टी ने टिकट दिया था, लेकिन वह चुनाव हार गए थे, लेकिन 2018 में उन्हें जीत मिली.

लंबे समय से मंत्रिमंडल विस्तार की बातें सामने आ रही थीं, जिन पर अब विराम लग गया है. शिवराज कैबिनेट में 3 नए मंत्री शामिल हुए हैं. ये सभी शपथ लेने राजभवन पहुंचे. इस दौरान सीएम शिवराज सिंह चौहान की मौजूदगी में राज्यपाल मंगूभाई पटेल ने नए मंत्रियों को शपथ दिलाई.

चुनाव से पहले बीजेपी की रणनीति

मध्य प्रदेश कैबिनेट में मंत्रियों के पद रिक्त थे. माना जा रहा है कि विधानसभा चुनाव से पहले कैबिनेट विस्तार करना बीजेपी की असंतुष्टों को खुश करने की कवायद है. बीते तीन दिनों से नए मंत्रियों के संभावित नामों की चर्चाएं हो रही थीं. कई नेताओं के नाम सुर्खियों में थे और उनके मंत्री बनाए जाने के कयास लगाए जा रहे थे.

बीजेपी के अंदर चला चर्चाओं का लंबा दौर
बता दें, मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर बीजेपी के अंदर चर्चाओं का लंबा दौर चला. लेकिन देर तक नामों पर सहमति नहीं बन पायी थी. इसलिए विस्तार लगातार टलता रहा. 24 और 25 अगस्त को भी दिग्गजों के बीच मुलाकात और बैठकों का दौर चला. संगठन मंत्री हितानंद शर्मा ने सीएम शिवराज सिंह चौहान से उनके घर पर जाकर मुलाकात की थी. सहप्रभारी अश्विनी वैष्णव भी सीएम से मिले. फिर नरेंद्र सिंह तोमर भी पहुंचे. सीएम हाउस में मुख्यमंत्री से मंत्रिमंडल विस्तार और उम्मीदवारों के नाम को लेकर चर्चा चली लेकिन फिर बैठक बिना नतीजा खत्म हो गई थी. .

 

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