‘चुनो चुनौती सीना तान’, जब लाल किले से पीएम मोदी ने पढ़ी कविता
नई दिल्ली
देश आज स्वतंत्रता दिवस के रंग में डूबा हुआ है। पूरा भारतवर्ष आज अपनी आजादी का 77वां उत्सव मना रहा है। पीएम मोदी ने लाल किले की प्राचीर से लगातार 10वीं बार तिरंगा फहराया। पीएम मोदी ने अपने भाषण के दौरान केंद्र सरकार की नीतियों और देश की उपलब्धियों को जनता के सामने रखा। प्रधानमंत्री ने देश को उन्नति के पथ पर ले जाने का प्लान बताया। पीएम मोदी ने भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तृष्टीकरण पर जोरदार प्रहार किया। पीएम ने कहा हमें इन तीनों बुराइयों से मुक्ति पाना है। उन्होंने कहा हमें ऐसा भारत बनाना है जो राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का था, स्वतंत्रता सेनानियों का था, वीरांगनाओं का था। पीएम मोदी ने अपने भाषण की समाप्ति पर एक कविता पढ़ी।
यह कविता इस प्रकार है…
''चलता चलाता काल चक्र, अमृतकाल का भाल चक्र,
चलता चलाता काल चक्र, अमृतकाल का भाल चक्र,
सबके सपने, अपने सपने, पनपे सपने सारे,
वीर चले, धीर चले, चले युवा हमारे,
नीति सही, रीति नई, गति सही, राह नई,
चुनो चुनौती सीना तान, जग में बढ़ाओ देश का नाम''
अगली 15 अगस्त को फिर आउंगा
लाल किले से देश को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि, 'साल 2014 में मैंने परिवर्तन लाने का वादा किया था। आप देशवासियों ने मुझ पर भरोसा किया। मैंने भी आपको निराश नहीं किया। आपका भरोसे को मैंने विश्वास में बदल दिया। 2019 में परफोर्मेंस के आधार पर आपने फिर मुझे आर्शीवाद दिया। परिवर्तन ने मुझे दोबारा मौका दिया। मैं आपके हर सपने के पूरा करुंगा। अगली बार 15 अगस्त को इसी लाल किले से देश की उपलब्धियों और विकास को आपके सामने पेश करूंगा। अगली 15 अगस्त को फिर आउंगा।'
परिवारवादी पार्टियों का मंत्र
प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले सालों में सरकार ने भ्रष्टाचारियों की जो संपत्ति जब्त की है वह पहले की तुलना में 20 गुना ज्यादा है। उन्होंने कहा, ‘‘आपकी कमाई का यह पैसा लोग लेकर भागे थे। 20 गुना ज्यादा संपत्ति को ज़ब्त करने का काम किया है हमने। इसलिए ऐसे लोगों की मेरे प्रति नाराजगी होना स्वाभाविक है। लेकिन मुझे भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई को आगे बढ़ाना है।'' मोदी ने कहा कि ये तीनों विकृतियां भारत के लोकतंत्र को कभी मजबूती नहीं दे सकतीं। उन्होंने कहा ‘‘यह बीमारी है। परिवारवादी पार्टियों का मंत्र है परिवार का, परिवार के द्वारा और परिवार के लिए।
विश्वकर्मा जयंती पर ‘विश्वकर्मा योजना' शुरू की जाएगी
पीएम मोदी ने मंलगवार को कहा कि अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के कई समुदायों को नई ताकत देने के लिए अगले महीने विश्वकर्मा जयंती के मौके पर ‘विश्वकर्मा योजना' आरंभ की जाएगी। उन्होंने 77वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि यह योजना भारत के लाखों व्यवसाइयों और कारीगरों के उत्थान के लिए एक महत्वपूर्ण कदम होगी। प्रधानमंत्री ने कुछ पेशेवर कामों का उल्लेख करते हुए कहा कि इन कार्यों में लगे ज्यादातर लोग ओबीसी समुदाय से हैं। मोदी ने कहा, ‘‘इन लोगों को नई ताकत देने के लिए, आने वाली विश्वकर्मा जयंती पर करीब 13-15 हजार करोड़ रुपये से विश्वकर्मा योजना प्रारंभ की जाएगी। ''